राष्ट्रपति भवन में तुलसी को देखकर एक पल को सब ठिठक गए, लेकिन ये हैं जंगल की इनसाइक्लोपीडिया...

Webdunia
मंगलवार, 9 नवंबर 2021 (15:46 IST)
नई दिल्ली। मौका था राष्ट्रपति भवन में पद्म सम्मान समारोह का। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चुने गए लोगों को सम्मानित कर रहे थे। तभी एक बुजुर्ग महिला का नंबर आता है और वे जैसे ही राष्ट्रपति की ओर बढ़ती हैं, एक पल के लिए सभी ठिठक जाते हैं। दरअसल, उनके 'अति साधारण' पहनावे को देखकर लोगों का चौंकना स्वाभाविक भी था। 
 
दरअसल, ये थीं तुलसी गौड़ा, जिन्हें पर्यावरण के क्षेत्र में असाधारण काम करने के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। 72 साल की तुलसी के शरीर पर कपड़े ऐसे लग रहे थे मानो कोई चादर लपेटी गई हो। वे नंगे पैर ही वहां पहुंची थीं। लेकिन वह दृश्य अद्‍भुत था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जैसी हस्तियां हाथ जोड़े उनका अभिवादन कर रही थीं। 
तुलसी गौड़ा को एक पर्यावरण योद्धा हैं, जिन्हें इनसाइक्लोपीडिया ऑफ फॉरेस्ट के नाम से जाना जाता है। उन्हें सामाजिक कार्यों के लिए 'पद्म श्री' से सम्मानित किया गया है। कर्नाटक की हलक्की जनजाति से ताल्लुक रखने वालीं तुलसी पिछले 6 दशक से पर्यावरण सुरक्षा के लिए काम कर रही हैं।
गरीब आदिवासी परिवार में जन्मीं गौड़ा ने कभी स्कूल का मुंह नहीं देखा, लेकिन उन्हें जंगल में पाए जाने वाले पेड़-पौधों, मसालों और जड़ी-बूटियों के बारे खासी जानकारी है। तुलसी ने 12 साल की उम्र से अब तक करीब 30 हजार पौधे लगाकर उन्हें पेड़ का रूप दिया। वे समाज में पर्यावरण की अलख जगा रही हैं साथ ही अपने ज्ञान के खजाने को नई पीढ़ी के साथ साझा भी कर रही हैं। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख