नेपाल में बाढ़ से तबाही, बिहार का हाल भी बेहाल

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 1 अक्टूबर 2024 (10:27 IST)
Nepal flood : नेपाल में बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 217 हो गई और 28 लोग अब भी लापता हैं। नेपाल में आई बाढ़ की वजह से बिहार का हाल भी बेहाल नजर आ रहा है। दरभंगा जिले में कोसी नदी, सीतामढ़ी में बागमती नदी सहित चार जिलों में सात स्थानों पर नदियों के तटबंध टूटने से यहां बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई।
 
नेपाल में अब तक 217 की मौत : पिछले शुक्रवार से लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ आई और जगह-जगह भूस्खलन हुआ, जिससे हिमालयी राष्ट्र में तबाही मच गई। हालांकि, रविवार से काठमांडू में मौसम में सुधार हुआ है, जिससे आपदा प्रभावित लोगों को कुछ राहत मिली है।
 
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ऋषिराम तिवारी ने बताया कि काठमांडू और नेपाल के विभिन्न हिस्सों में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में मंगलवार सुबह तक मरने वालों की संख्या 217 तक पहुंच गई और 143 लोग घायल हुए हैं जबकि 28 लोग लापता हैं।
 
काठमांडू घाटी में सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जहां मरने वालों की संख्या 50 को पार कर गई है। बचाव कार्य में नेपाल सेना, सशस्त्र पुलिस बल और नेपाल पुलिस सहित 20,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
 
बाढ़ और भूस्खलन की वजह से देश के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई राजमार्ग और सड़कें बाधित हो गई हैं, सैकड़ों मकान और पुल ध्वस्त हो गए हैं या बह गए हैं और सैकड़ों परिवार विस्थापित हो गए हैं। सड़क बाधित होने के कारण हजारों यात्री विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं।
 
वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण एशिया भर में वर्षा की मात्रा और समय में बदलाव हो रहा है और बाढ़ के प्रभाव में वृद्धि का एक प्रमुख कारण पर्यावरण की स्थिति में बदलाव है जिसमें विशेष रूप से बाढ़ के मैदानों में गैर नियोजित निर्माण बड़ी वजह है। इसके चलते पानी के ठहराव और निकासी के लिए पर्याप्त जगह नहीं बचती।
 
बिहार में बाढ़ से 10 लाख प्रभावित : बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा सोमवार को जारी बयान के अनुसार गंडक कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों में आयी बाढ़ के कारण 16 जिलों पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, सिवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण एवं सहरसा के 55 प्रखण्डों में 269 ग्राम पंचायतों की करीब 10 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
 
जल संसाधन विभाग से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार चार जिलों में सात स्थान पर तटबंध टूटने की घटना घटित हुई है। सीतामढ़ी जिला में बेलसंड प्रखण्ड के अन्तर्गत मधकौल एवं सौली रूपौली तथा रून्नीसैदपुर प्रखण्ड के अन्तर्गत तिलकताजपुर एवं खडुआ में तटबंध टूट गया है।
 
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के नेतृत्व में अधिकारियों की एक टीम ने बाढ़ प्रभावित दरभंगा एवं सीतामढ़ी जिले का हवाई सर्वेक्षण किया।
 
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी बयान के अनुसार गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों के जलस्तर में कमी आ रही है। अगले कुछ दिनों तक जलस्तर पर लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।
Edited by : Nrapendra Gupta 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

अब अंतरिक्ष में भी लड़ने को तैयार चीन, अदृश्य रहकर शत्रु पर करेगा हमला

दलित छात्र का सपना होगा पूरा, SC ने मजदूर के बेटे को दिलाया IIT में दाखिला, कहा- पैसे की तंगी से बर्बाद न हो यंग टैलेंट

rule change from 1 october : 1 अक्टूबर से Aadhar, LPG, PPF के नियमों में बड़ा बदलाव, आपकी जेब पर क्या होगा असर

POK पर एस जयंशकर के बयान से पाकिस्तानी पीएम शहबाज खौफ में, UN में क्‍या कहा विदेशमंत्री ने?

2027 में BJP को सत्ता से बाहर कर देंगे मुस्लिम, SP विधायक महबूब अली का बड़ा बयान

सभी देखें

नवीनतम

live :जम्मू कश्मीर में पहले 2 घंटे में 11.60 फीसदी मतदान

जम्‍मू कश्‍मीर में तीसरे और अंतिम चरण का मतदान, मतदान केंद्रों पर लगी कतारें

गोली लगने से फिल्म स्टार गोविंंदा घायल, अस्पताल में भर्ती

नवरात्रि से पहले महंगे हुए कमर्शियल गैस सिलेंडर, जानिए क्या है नए दाम?

रजनीकांत को अस्पताल में भर्ती कराया गया, हालत स्थिर

अगला लेख