नई दिल्ली। पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर पर एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के रूप में बना हुआ है। 24 दिसंबर तक एक और पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद है और इसके तुरंत बाद अगला पश्चिमी विक्षोभ 26 दिसंबर के आसपास संभव है। बांग्लादेश के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान तापमान में वृद्धि के कारण उत्तर-पश्चिम और मध्यभारत के अधिकांश हिस्सों से शीतलहर की स्थिति समाप्त हो चुकी है। पंजाब, बिहार और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में मध्यम से हल्का कोहरा देखा गया।
अगले 24 घंटों के दौरान गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और हिमपात हो सकता है। पूर्वोत्तर भारत में छिटपुट हल्की बारिश संभव है। अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्यभारत और धीरे-धीरे देश के पूर्वी हिस्से में न्यूनतम तापमान में 3 से 4 डिग्री की वृद्धि होने की संभावना है।
हिमाचल और मनाली में हुई ताजा बर्फबारी : हिमाचल और मनाली में पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है तो वहीं दूसरी ओर उत्तर में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है जिसके कारण उत्तर भारत ठंड की गिरफ्त में है। दिल्ली, गुजरात, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, बिहार, एमपी और राजस्थान में अब शीतलहर का प्रकोप देखने को मिल रहा है। कश्मीर से लेकर राजस्थान तक उत्तर भारत के कई शहरों में तापमान माइनस में पहुंच गया है तो वहीं तेलंगाना में भी शीतलहर का अलर्ट जारी हुआ है।
डल झील जम गई : कश्मीर के कई इलाकों में तापमान गिरने से यहां की मशहूर डल झील जम गई है। श्रीनगर, जिसे जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में न्यूनतम तापमान शून्य से 8.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो पिछली रात शून्य से 7.6 डिग्री सेल्सियस नीचे था। कड़ाके की ठंड का सिलसिला यूं ही जारी रहने वाला है और अब एक महीने से पहले इससे राहत नहीं मिलने वाली है।
राजस्थान के अलवर, चित्तौड़गढ़, संगरिया (हनुमानगढ़) में क्रमश: 1.1, 1.2 और 1.8 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि अंता (बारां), पिलानी (झुंझुनू) और डबोक (उदयपुर) में क्रमश: 2.8, 3.6 और 3.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। सर्दी का ये रौद्र रूप आने वाले वक्त में भी जारी रहेगा।