सूबे में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत के लिए भाजपा विकास के चुनावी रथ में सवार होकर सत्ता में वापस आने की कोशिश में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। अपनी सरकार में चहुंमुंखी विकास को सरकार के मुखिया जोर-शोर से प्रचारित भी रहे है। खराब सड़क जो प्रदेश में इस वक्त बड़ा मुद्दा है उस पर डैमेज कंट्रोल के लिए सरकार हर मुमकिन कोशिश कर ही है।
इस कड़ी में सोमवार को महाकौशल क्षेत्र में नई सड़क क्रांति को लेकर सरकार ने मेगा इवेंट किया। मेगा इवेंट को सफल बनाने के लिए सूबे के मुखिया शिवराजसिंह चौहान और उनकी टीम ने जोर शोर से प्रचार-प्रसार भी किया, लेकिन मेगा इवेंट में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंच से सरकार का सच से सामना करा दिया।
मंच पर जहां एक ओर प्रदेश के मुखिया बीते 20 सालों में 3 लाख किलोमीटर चमचमाती सड़कें बनने का दंभ भर रहे रहे थे तो उसी मंच से नितिन गडकरी ने मंडला के बीच 400 करोड़ रुपए की लागत से बन रही सड़क में गड्ढे और भष्टाचार पर मुखिया को आईना दिखा दिया। मंच से मुख्य अतिथि का दिया बयान सुर्खियों में आ गया है और सरकार का सड़क क्रांति का मेगा इवेंट एक झटके में गड्ढे में समा गया।
दिलचस्प बात यह है कि मुख्य अतिथि के तौर पर आए केंद्रीय मंत्री को केंद्रीय नेतृत्व ने पहले ही साइडलाइन कर चुका है लेकिन सूबे के मुखिया पुराने संबंधों का निभाते हुए उनको बार-बार प्रदेश बुलाते रहते है। सुनने में आ रहा है कि ताजा घटनाक्रम के बाद अब सरकार ने अपने इस अतिथि से दूरी बनाने का मन बना लिया है।