नई दिल्ली। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस पर हमले जारी हैं। उन्होंने कहा कि 'बीमार' कांग्रेस 'कंपाउंडर' से दवा ले रही है। कांग्रेस नेतृत्व के पास चीजें सही करने का समय नहीं है। राज्यों में पार्टी के नेता सदस्यों को एकजुट नहीं रख पा रहे हैं।
आजाद ने कहा कि कांग्रेस के नींव कमजोर है। ऐसे में पार्टी कभी भी बिखर सकती है। उन्होंने कहा कि राज्यों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदस्यों को एकजुट रखने के बजाय उन्हें जाने दे रहे हैं।
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए पूर्व कांग्रेस नेता आजाद ने कहा कि राहुल गांधी में राजनीतिक कौशल की कमी है और उनकी राजनीति में एंट्री के बाद ही कांग्रेस इस स्थिति में पहुंची है। आज कांग्रेस वर्किंग कमेटी बेकार है, इसका कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने गांधी परिवार से अपने रिश्तों का उल्लेख करते हुए कहा कि श्रीमती इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और श्रीमती सोनिया गांधी सबको साथ लेकर और सबकी सहमति से राजनीति करने में विश्वास रखते थे, लेकिन राहुल गांधी ऐसा नहीं करते।
आजाद ने कहा कि सोनिया गांधी ने सबको साथ लेकर चलती थीं। वह बड़े नेताओं से सलाह लेती थीं और उन पर अमल भी करती थीं। 2004 के बाद जब से राहुल की राजनीति में एंट्री हुई है, यह व्यवस्था खत्म हो गई। अब सोनिया की निर्भरता राहुल पर बढ़ गई है।