प्राइवेट कंपनी से VVPAT मशीन खरीदना चाहती थी सरकार, बड़ा खुलासा

Webdunia
शुक्रवार, 11 मई 2018 (12:04 IST)
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने सरकार के उस प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया, जिसमें वीवीपैट (VVPAT) मशीनें निजी कंपनी से खरीदने की सलाह दी गई थी। उल्लेखनीय विपक्ष ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठाता रहा है। 
 
यह जानकारी आरटीआई में सामने आई है। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार सरकार की सलाह के जवाब में चुनाव आयोग ने कहा कि यदि ऐसा किया जाता है तो आम आदमी के विश्वास को ठेस पहुंचेगी। 
 
जानकारी के मुताबिक कानून मंत्रालय ने जुलाई-सितंबर, 2016 में चुनाव आयोग को तीन चिट्ठियां लिखी थीं और यह सुझाव दिया था। इस पत्र के जवाब में चुनाव आयोग ने कहा कि प्राइवेट कंपनी को इस महत्वपूर्ण काम की जिम्मेदारी नहीं सौंपी जा सकती है। इससे चुनाव प्रक्रिया पर लोगों का भरोसा कम हो जाएगा। 
 
अभी कौन बनाता है वीवीपैट : सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में चुनाव में वीवीपैट का इस्तेमाल करने का आदेश दिया था। अभी तक भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड बेंगलुरु में और इलेक्ट्रानिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ईवीएम और वीवीपैट तैयार करती रही हैं।
 
किस तरह काम करती है वीवीपैट : वोटर वेरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल यानी वीवीपैट (VVPAT) व्यवस्था के तहत वोट डालने के तुरंत बाद कागज की एक पर्ची बनती है। इस पर मतदाता ने जिस उम्मीदवार को वोट दिया है, उसका नाम और चुनाव चिह्न छपा होता है। विवाद होने पर ईवीएम में पड़े वोट के साथ पर्ची का मिलान किया जा सकता है।
 
ईवीएम में लगे शीशे के एक स्क्रीन पर यह पर्ची सात सेकंड तक दिखती है। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ने यह मशीन 2013 में डिजाइन की थी। सबसे पहले इसका इस्तेमाल नागालैंड के चुनाव में 2013 में हुआ।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Aadhaar Card की नहीं पड़ेगी जरूरत, QR से मिलेगी डिटेल, क्या है Aadhaar Authentication App जुड़े सवालों के जवाब

कहां गई 56 इंच की छाती, Waqf law संविधान विरोधी, अहमदाबाद अधिवेशन में राहुल गांधी की चेतावनी- देश में आने वाला है आर्थिक तूफान

Tariff War : चीन ने अमेरिका पर लगाया 84% टैरिफ; ट्रंप को दे दी खुली चेतावनी- झुकेंगे नहीं

मोदी के गढ़ गुजरात से राहुल गांधी की जाति जनगणना की हुंकार, OBC वोटर्स को साधने की कवायद

क्या अमेरिका के जाल में फंस रहा है भारत, अर्थशास्त्री की चेतावनी - न बने चीन का मोहरा

सभी देखें

नवीनतम

BSNL की सिम बंद नहीं होगी, रोजाना खर्च करने पड़ेंगे सिर्फ 5 रुपए, जानिए कौनसा है सस्ता प्लान

वक्फ संशोधन अधिनियम को TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने दी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती

गडकरी ने किया दावा, 2 साल में MP में राष्ट्रीय राजमार्ग का नेटवर्क अमेरिका से भी अच्छा होगा

भारत के इस पड़ोसी देश में मिलता है दुबई से भी सस्ता सोना, घूमने जाएं तो लाना ना भूलें

क्या नीतीश कुमार होंगे उपप्रधानमंत्री, भाजपा नेता ने की मांग

अगला लेख