नई दिल्ली। एबीवीपी के खिलाफ अभियान शुरू करने वाली गुरमेहर कौर ने बलात्कार की धमकियां मिलने और पूरे मामले में विवाद बढ़ने के बाद अपने कैंपेन से खुद को अलग कर लिया है। मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया था जब इसमें राहुल गांधी, किरेन रिजिजू, वैकया नायडू, वीरेंद्र सहवाग जैसी दिग्गज हस्तियां भी कूद पड़ी थी।
गुरमेहर ने मंगलवार सुबह कई ट्वीट किए जिसमें उसने खुद को कैंपेन से अलग करने की बात लिखते हुए कहा कि उन्हें जो कहना था कह चुकी हैं। उसने लिखा है, मैं कैंपेन से खुद को अलग कर रही हूं। सभी को बधाई, मैं अपील करती हूं की मुझे अकेला छोड़ दिया जाए। मुझे जो कहना था मैंने कह दिया।
अपने अगले ट्वीट में उसने लिखा है कि मैं बहुत सी चीजों से गुजर चुकी हूं और 20 साल की उम्र में इतना ही कर सकती हूं।
हालांकि कैंपेन से खुद को अलग करने के बाद गुरमेहर ने दूसरों को इसे जारी रखने के लिए कहा है। उसने ट्वीट करने हुए लिखा है कि यह कैंपेन मेरे लिए नहीं बल्कि स्टूडेंट्स के लिए है। कृपया इस मार्च में बड़ी संख्या में शामिल हों। सभी को शुभकामनाएं।
एक अन्य ट्वीट में गुरमेहर ने लिखा है कि अगर कोई मेरे साहस पर सवाल उठाता है तो उसके लिए यही कहना चाहती हूं कि मैंने अपना साहस और दम जरूरत से ज्यादा ही दिखाया है। लेकिन एक बात तय है कि अगली बार से हम किसी भी तरह की हिंसा या धमकी के खिलाफ आवाज उठाने से पहले सोचेंगे, बस इतनी ही कहना था।
उल्लेखनीय है कि राजमस कॉलेज में हुए विवाद के बाद गुरमेहर ने सोशल मीडिया पर एबीवीपी के खिलाफ कैंपेन शुरू किया था। इसके बाद उसे सोशल मीडिया पर ही दुष्कर्म की धमकियां मिलने लगी थीं। गुरमेहर कौर ने आरोप लगाया था कि उसे इस छात्र संगठन के सदस्यों से दुष्कर्म की धमकी मिली है। उसने इसकी शिकायत दिल्ली महिला आयोग से भी की थी। इसके बाद गुरमेहर को सुरक्षा मुहैया कराई गई।