हाथरस कांड में एफआईआर दर्ज होने के बाद सीबीआई (CBI) अब एक्शन मोड़ में आ गई है। आज सुबह 6 गाड़ियों में 15 लोगों की टीम बूलगढ़ी गांव पहुंची और उसने घटनास्थल पर क्राइम सीन रीक्रिएट करके यह जानने की कोशिश की की गैंगरेप के समय कौन कितनी दूरी पर था, किसी को पीड़िता की चिल्लाने की आवाज सुनाई दी या नहीं। पीड़िता को घटनास्थल पर सबसे पहले किसने देखा। पीड़िता के घर और घटनास्थल के बीच सिर्फ 500 मीटर की दूरी है।
CBI ने पीड़िता के भाई और मां को भी घटनास्थल पर लाकर क्राइम सीन रीक्रिएट किया। सुबह पीड़िता की मां तबीयत खराब होने के चलते अस्पताल में भर्ती हुई थी, लेकिन टीम ने उन्हें अस्पताल से एंबुलेंस में सीधा घटनास्थल पर बुलाया, क्योंकि वह इस केस में अहम गवाह है। इसके साथ ही गांवों के लोगों से भी टीम ने विस्तार से बातचीत की है। माना जा रहा है कि CBI आरोपी लोगों के परिवार से भी पूछताछ करेगी।
सीबीआई की टीम ने उस जगह की भी मुआयना किया, जहां प्रशासन ने पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार किया था। CBI के साथ फॉरेंसिक टीम ने भी क्राइम सीन के साथ सबूत एकत्रित किए हैं, किसी को कोई शक न रहे, इसके लिए CBI ने क्राइम सीन की वीडियोग्राफी भी की है। टीम ने डिप्टी एसपी से केस डायरी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, फॉरेंसिक रिपोर्ट, पुलिस को दिए गए परिवार के बयान, अहम दस्तावेज भी अपने कब्जे में ले लिए हैं,
वहीं पीड़िता के पिता की तबीयत भी ठीक नहीं है। बीती रात उनका ब्लडप्रेशर बढ़ गया। कल रात में ही वह परिवार के साथ लखनऊ से लौटे थे। पीड़िता के पिता, भाई और मां सबसे CBI ने गहन पूछताछ की है। पीड़िता के पिता के मुताबिक टीम ने यह पूछा कि घटना के समय आप कहां थे, सूचना किसने दी।
हालांकि पीड़िता के भाई सतेन्द्र केस के मुख्य गवाह है और CBI टीम अपने साथ गाड़ी में लेकर कहीं चली गई है। पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें नही पता वह कहां लेकर गई है और कितनी देर में पूछताछ करके छोड़ेगी।