नई दिल्ली। मानसून ने अरब सागर के ज्यादातर हिस्सों को कवर कर लिया है। यह कोंकण से लेकर मुंबई और महाराष्ट्र के भीतरी हिस्सों में पहुंच चुका है। मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो दिनों के भीतर मानसून झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में दस्तक दे देगा।
बंगाल की उत्तरी खाड़ी और आसपास के क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र 11 जून के आसपास बनने की संभावना है। पूर्वी उत्तरप्रदेश से बिहार तथा गंगिया पश्चिम बंगाल होते हुए बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है।
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र असम और आसपास के इलाकों में बना हुआ है। उपहिमालयी पश्चिम बंगाल से दक्षिण छत्तीसगढ़ तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है। चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र दक्षिण गुजरात और आसपास के क्षेत्र पर बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी अरब सागर के ऊपर समुद्र तल से लगभग 6 किमी ऊपर है।
स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान कोंकण और गोवा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, सिक्किम और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश के साथ 1-2 स्थानों पर बहुत भारी बारिश हुई। मध्यप्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, आंतरिक तमिलनाडु, पूर्वी बिहार और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ 1-2 स्थानों पर भारी बारिश हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा के कुछ हिस्सों, कोंकण और गोवा और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, दक्षिण पूर्व मध्यप्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ 1-2 स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
झारखंड के आंतरिक भागों, ओडिशा, बिहार, आंतरिक कर्नाटक, केरल, रायलसीमा, दक्षिण गुजरात, तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों और तटीय आंध्रप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।