देहरादून। Kedarnath Crash update : केदारनाथ धाम के करीब मंगलवार को आर्यन एविएशन का जो हेलिकॉप्टर केदार से वापसी के दौरान गरुड़चट्टी के समीप हादसे में दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उस दुर्घटना की जांच सरकार ने DM (रुद्रप्रयाग) को सौंपी है। अपर सचिव तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी (नागरिक उड्डयन) सी रविशंकर ने बताया कि चॉपर केदारनाथ से गुप्तकाशी के रास्ते पर था।
आर्यन एविएशन हेलीकॉप्टर कंपनी के हेलीकॉप्टर क्रैश दुर्घटना में पायलट समेत 7 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है। सुबह तकरीबन 11.40 पर दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर में पायलट कैप्टन अनिल मुंबई के रहने वाले थे। इसमें सवार तीर्थ यात्रियों में 3 गुजरात, 3 तमिलनाडु के रहने वाले थे।
दुर्घटना के कारणों की पूरी जानकारी जांच के बाद ही प्राप्त हो सकेगी। हादसे मे कोई भी यात्री बच नहीं पाया, हेलीकॉप्टर गिरने के बाद पूरी तरह टूट और जल गया। हादसे की वजह पहली नजर में केदारनाथ घाटी में अचानक खराब होने वाले मौसम को माना जा रहा है।
एविएशन कम्पनियों के अनुसार केदारनाथ घाटी में मौसम का कोई ठिकाना नहीं होता सेकंड्स में ही मौसम बिगड़ जाया करता है। कुछ सेकंड्स पहले जहां चटख धूप रहती है, वहीं हेलिकॉप्टर के टेकऑफ़ करते ही सेकंड्स के भीतर बादल इतनी तेज रफ्तार से उमड़ पड़ते हैं कि उड़ान तो दूर कई बार वापस मोड़ के हेलीपैड पर फिर लैंड कराना भी भारी चुनौती और जोखिम भरा हो जाता है।
माना जा रहा है कि आर्यन एविएशन का हादसाग्रस्त हेलिकॉप्टर भी ऐसे ही बिगड़े मौसम का शिकार हो गया। यह भी आशंका जताई जा रही है कि पायलट को बादल के अचानक घिर आने के चलते कुछ भी न दिखाई दिया हो और इसी वजह से पहाड़ से चॉपर टकरा गया हो।
केदारनाथ में मौसम और घाटियों-ऊंचे पहाड़ों की वजह से चॉपर को उड़ाना अधिकांश पायलटों के लिए बेहद कठिन और चुनौतीपूर्ण समझा जाता है। Edited by Sudhir Sharma