नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने मुंबई बंदरगाह से मुलैठी की जड़ में लपेटी हुई 345 किलोग्राम हेरोइन जब्त की है। जब्त की गई हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कीमत लगभग 1725 करोड़ रुपए आंकी गई है। पुलिस ने 2 अफगान नागरिकों को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान मुलैठी की जड़ें कंटेनर के अंदर बिखरी हुई पाई गईं।
अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जब्त किए गए मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कीमत लगभग 1,725 करोड़ रुपए आंकी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीन सितंबर को पुलिस ने दो अफगान नागरिकों मुस्तफा स्टानिकजई (23) और रहीमुल्ला रहीमी (44) को 312.5 किलोग्राम 'मेथामफेटामाइन' और 10 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाली हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया था।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने लगातार पूछताछ के बाद पुलिस को मुलैठी की जड़ की एक खेप के बारे में बताया, जिसे मुंबई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) में छिपाकर रखा गया था। पुलिस ने बताया कि मुलैठी की जड़ों की खेप का कुल वजन 20 हज़ार किलोग्राम था। शुक्रवार को पुलिस के एक दल को मुंबई भेजा गया था, जिसने खेप का पता लगाया।
पुलिस ने बताया कि प्राधिकारियों को प्रारंभिक जांच के दौरान पता चला कि पूरी खेप की पहले भी जांच की गई है। इस प्रक्रिया के दौरान बैग को नुकसान हुआ और मुलैठी की जड़ें कंटेनर के अंदर बिखरी हुई पाई गईं।
विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) एचजीएस धालीवाल ने कहा कि एक-एक जड़ का निरीक्षण करने पर पता लगा कि कुछ डंडियों का रंग दूसरों की तुलना में गहरा था। बाद में गहरे रंग की सभी जड़ों में हेरोइन का पता लगाया गया।
पुलिस के मुताबिक, अध्ययनों से पता चला है कि अगर एक व्यक्ति दो किलो हेरोइन का सेवन करता है तो उसकी मृत्यु होने की संभावना है। पुलिस ने कहा कि उक्त मामले के संबंध में आगे की जांच जारी है।(भाषा)