Hindenburg के आरोपों के बाद भारत में मचा सियासी घमासान, जांच के लिए उठी JPC के गठन की मांग

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
रविवार, 11 अगस्त 2024 (17:02 IST)
अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा सेबी की अध्यक्ष माधबी बुच के खिलाफ लगाए गए आरोपों के मद्देनजर कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस ‘बड़े घोटाले’ की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की जरूरत है।
 
खरगे ने आरोप लगाया कि जब तक जेपीसी इस मुद्दे की जांच नहीं करती, तब तक यह चिंता बनी रहेगी कि ‘‘पिछले सात दशकों में कड़ी मेहनत कर बनाई गईं भारत की संवैधानिक संस्थाओं से समझौता करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने सहयोगी को बचाते रहेंगे।’’
ALSO READ: हिंडनबर्ग के खुलासे में क्यों है सेबी चेयरपर्सन माधवी बुच का नाम, क्या होगा शेयर बाजार पर असर?
कांग्रेस ने कहा कि सरकार को अडाणी समूह की नियामक की जांच में सभी हितों के टकराव को खत्म करने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की अपनी मांग दोहराई।
 
खरगे ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘जनवरी 2023 की हिंडनबर्ग रिपोर्ट के खुलासे के बाद सेबी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सहयोगी अडाणी को उच्चतम न्यायालय में क्लीन चिट दे दी थी। हालांकि, सेबी प्रमुख से जुड़े एक लेन-देन के बारे में नए आरोप सामने आए हैं।’’
 
उन्होंने कहा कि मध्यम वर्ग के छोटे और मध्यम निवेशकों को संरक्षण दिए जाने की जरूरत है क्योंकि वे अपनी मेहनत की कमाई शेयर बाजार में लगाते हैं और उनका सेबी पर भरोसा है।
 
खरगे ने कहा कि इस ‘बड़े घोटाले’ की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराना आवश्यक है। कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘तब तक यह चिंता बनी रहेगी कि ‘पिछले सात दशकों में कड़ी मेहनत कर बनाई गईं भारत की संवैधानिक संस्थाओं से समझौता करते हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने सहयोगी को बचाते रहेंगे।’’
ALSO READ: Hindenburg : हिंडनबर्ग के आरोपों को Adani Group ने बताया दुर्भावनापूर्ण, SEBI प्रमुख को लेकर दिया यह बयान
हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया है कि सेबी की अध्यक्ष माधबी बुच और उनके पति के पास कथित अडाणी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट विदेशी फंड में हिस्सेदारी थी।
हिंडनबर्ग ने अडाणी पर अपनी पिछली रिपोर्ट के 18 महीने बाद एक ब्लॉगपोस्ट में आरोप लगाया, “सेबी ने अडाणी के मॉरीशस और विदेश स्थित फर्जी कंपनियों के कथित अघोषित जाल में आश्चर्यजनक रूप से रुचि नहीं दिखाई है।”
 
अडाणी समूह ने अमेरिकी शोध एवं निवेश फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के नवीनतम आरोपों को दुर्भावनापूर्ण और चुनिंदा सार्वजनिक सूचनाओं से छेड़छाड़ करने वाला बताते हुए रविवार को कहा कि उसका बाजार नियामक सेबी की अध्यक्ष या उनके पति के साथ कोई वाणिज्यिक संबंध नहीं है। इनपुट भाषा 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्या बहराइच का लंगड़ा भेड़िया है अल्फा मेल? जानिए 50 गांवों में क्यों फैली है दहशत

महाराष्ट्र में महायुति को बहुमत मिलने की स्थिति में क्या शिंदे का पत्ता साफ हो जाएगा?

iPhone 16 सीरीज लॉन्च होते ही सस्ते हुए iPhone 15 , जानिए नया आईफोन कितना अपग्रेड, कितनी है कीमत

Manipur: छात्रों के आंदोलन के बीच पूरे मणिपुर में इंटरनेट सेवा निलंबित, हथियारों के अवशेष मिले

Delhi : AAP सरकार को गिराने की साजिश, दिल्ली में राष्ट्रपति शासन की तैयारी, आतिशी ने BJP पर लगाया आरोप

सभी देखें

नवीनतम

Weather Update : दिल्ली-NCR में फिर बारिश, इन राज्यों में IMD ने जारी किया अलर्ट

बहराइच में फिर भेड़िये का हमला, 11 साल की लड़की को घायल कर भागा

live : बहस से पहले कमला हैरिस और ट्रंप ने मिलाया हाथ, फिर एक दूसरे पर जमकर किया हमला

हरियाणा चुनाव के लिए AAP ने जारी की तीसरी सूची, अब तक 40 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान

पीएम मोदी ने दिया आश्वासन, वैज्ञानिक समुदाय को संसाधनों की नहीं होगी कोई कमी

अगला लेख