भाजपा का दामन छोड़ना मुकुल रॉय को पड़ा भारी, गृह मंत्रालय ने वापस ली सुरक्षा

Webdunia
गुरुवार, 17 जून 2021 (12:50 IST)
गृह मंत्रालय ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छोड़कर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का दामन थामने वाले मुकुल रॉय की सुरक्षा को वापस ले लिया है। बता दें कि मुकुल रॉय ने टीएमसी में शामिल होने के बाद शनिवार को गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर अपनी सीआरपीएफ सुरक्षा वापस लेने के लिए कहा था।
 
तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल होने पर मुकुल रॉय को केंद्र सरकार ने (Y+) सुरक्षा दी थी। बंगाल चुनाव से पहले उनकी सुरक्षा बढ़ाते हुए जेड श्रेणी में अपग्रेड कर दिया गया था। मुकुल रॉय ने बीते शुक्रवार को भाजपा का साथ छोड़कर टीएमसी में वापसी कर ली थी। मिल रही जानकारी के मुताबिक, मुकुल रॉय ने घर वापसी के बाद गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें जेड प्लस सुरक्षा दी गई है, वह वापास ले ली जाए।
 
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें बंगाल पुलिस के जवानों की सुरक्षा दे दी है। पुलिस के जवान उनके साथ अब 34 घंटे सुरक्षा में रहेंगे। कहा जा रहा है कि टीएमसी में आने के बाद उन्हें ममता सरकार मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती हैं।
 
वैसे कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का ऐसा मानना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए टीएमसी जिस तरह की रणनीति बना रही है, उसमें मुकुल रॉय को बड़ी और अहम जिम्मेदारी मिल सकती हैं। इससे पहले भी वह तृणमूल कांग्रेस में रहते हुए दूसरे राज्यों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। भाजपा में मुकुल रॉय को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की ही जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख