Dharma Sangrah

क्यों पाकिस्तान की गंगा है सिंधु नदी, जानिए पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में क्या है रोल

WD Feature Desk
शनिवार, 24 मई 2025 (13:46 IST)
importance of indus river in pakistan: 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने 65 साल पुराने सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया था। अब पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि को वॉटर बम बताया है। असल में सिंधु नदी पाकिस्तान की लाइफलाइन कही जाती है। पाकिस्तान की 90 फीसदी फसलें सिंधु के पानी पर ही निर्भर हैं। पाकिस्तान का कहना है कि उनके देश में जितने भी पॉवर प्रोजेक्ट्स हैं, डैम हैं, वो सब इसी पानी पर बने हैं। यदि भारत हकीकत में इस पर अमल करता है तो पाकिस्तान प्यासा मर जाएगा, वहां की फसलें तबाह हो जाएंगी और बारिश के दिनों यदि ज्यादा पानी छोड़ दिया तो वहां बाढ़ से तबाही आ जाएगी। आइये जानते हैं पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का किस तरह आधार है सिंधु:

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का आधार है सिंधु नदी

भारत और पाकिस्तान में सिंधु नदी का प्रवाह क्षेत्र:
सिंधु नदी का उद्गम तिब्बत के मानसरोवर झील के पास से होता है। यह भारत में जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के क्षेत्रों से बहती हुई पाकिस्तान में प्रवेश करती है। पाकिस्तान में यह नदी पंजाब और सिंध प्रांतों से होकर गुजरती है और अंततः अरब सागर में मिल जाती है। इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ झेलम, चिनाब, रावी, ब्यास और सतलुज हैं, जो ज्यादातर भारत से पाकिस्तान की ओर बहती हैं।

ALSO READ: सिंदूर का सिंधु घाटी सभ्यता से क्या है कनेक्शन, जानिए इतिहास में छुपे रहस्य

सिंधु जल संधि क्या है और कब हुई?
सिंधु जल संधि भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के पानी के उपयोग को लेकर एक महत्वपूर्ण समझौता है। यह संधि 19 सितंबर, 1960 को कराची में तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के बीच विश्व बैंक की मध्यस्थता में हस्ताक्षरित हुई थी। इस संधि के तहत, सिंधु नदी बेसिन की छह नदियों - सिंधु, झेलम, चिनाब (पश्चिमी नदियाँ) और रावी, ब्यास, सतलुज (पूर्वी नदियाँ) - के पानी का बंटवारा किया गया था। संधि के अनुसार, पूर्वी नदियों का लगभग पूरा पानी भारत को आवंटित किया गया, जबकि पश्चिमी नदियों का अधिकांश पानी पाकिस्तान को दिया गया। भारत को पश्चिमी नदियों पर कुछ सीमित उपयोग का अधिकार दिया गया, जैसे कि पनबिजली उत्पादन (रन-ऑफ-द-रिवर प्रोजेक्ट) और कृषि के लिए सीमित सिंचाई।


सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

अमेरिकी विमान वेनेजुएला पर हमले के लिए तैयार, मादुरो ने रूस से मदद मांगी

डोनाल्ड ट्रंप की किरकिरी, जिनपिंग ने खारिज किया 'शांति दूत' अमेरिकी राष्ट्रपति का दावा

कोच्चि से अबू धाबी जा रहे एयर अरेबिया विमान में यात्री को हार्टअटैक आया, नर्सों ने बचाई जान

बिहार में ताड़ी पर तकरार: क्‍या शराबबंदी कानून नीतीश कुमार के 'सुशासन' और NDA के लिए बनेगा चुनावी फांस?

तेजप्रताप का RJD पर निशाना, नाचने वाला कौनसी नौकरी देगा?

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: स्थापना दिवस पर छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी का रोडशो

दिल्ली में आज से BS-3 वाहनों को नहीं मिलेगी एंट्री, प्रदूषण रोकने के लिए बड़ा फैसला

Weather Update : दिल्ली-NCR में छाया कोहरा, यहां कंपा रही ठंड, किन राज्‍यों में बारिश का अलर्ट

दुलारचंद की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुला राज, फेफड़ा फटने से हुई मौत

सीएम धामी ने बूढ़ी दिवाली की शुभकामनाएं दी, जानिए क्या कहा?

अगला लेख