परीक्षा पे चर्चा: पीएम मोदी ने छात्रों को दिया गुरुमंत्र, कहा- परीक्षा जीवन का सहज हिस्सा

Webdunia
शुक्रवार, 1 अप्रैल 2022 (15:36 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को छात्रों को परीक्षा के दौरान तनाव न लेने की सलाह दी और कहा कि विद्यार्थियों को यह समझना चाहिए कि यह जीवन का एक सहज हिस्सा है और पूर्ववर्ती परीक्षाओं में भी तो उन्होंने ही सफलता हासिल की है। मोदी ने अभिभावकों व शिक्षकों से यह भी आग्रह किया कि वे अपने अधूरे सपने व अधूरी आकांक्षाएं बच्चों पर न थोपें।

ALSO READ: परीक्षा पे चर्चा में पीएम मोदी ने बढ़ाया छात्रों का उत्साह, कहा- मोटिवेशन का कोई इंजेक्शन नहीं होता
 
'परीक्षा पे चर्चा' के 5वें संस्करण के दौरान बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्रों से संवाद करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि प्रौद्योगिकी कोई अभिशाप नहीं है, इसका प्रभावी तरीके से उपयोग किया जाना चाहिए। संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने छात्रों के सवालों के जवाब भी दिए।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि वक्त के साथ पढ़ाई में बदलाव आता रहा है और तकनीक के जरिए दुनियाभर में मौजूद ज्ञान की सहज प्राप्ति संभव है जबकि पहले ज्ञान प्राप्त करने के बहुत सीमित साधन हुआ करते थे। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा को एक अवसर के रूप में लेना चाहिए और इससे प्राप्त ज्ञान का क्रियान्वयन ऑफलाइन करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने छात्रों को परीक्षा को त्योहारों के तौर पर लेने की सलाह दी।

ALSO READ: परीक्षा में पढ़ाई के साथ बच्‍चों का खान-पान कैसा होना हो, जानें एक क्लिक पर
 
उन्होंने कहा कि ऐसा तो नहीं है कि आप पहली बार परीक्षा दे रहे हैं। आप लोगों ने कई बार परीक्षाएं दी हैं। परीक्षा जीवन का एक सहज हिस्सा है। परीक्षा देते-देते हम 'एक्जामप्रूफ' हो चुके हैं। जो तैयारी की है, उसमें विश्वास के साथ आगे बढ़ना है।
 
प्रधानमंत्री ने तालकटोरा स्टेडियम में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच वहां मौजूद लोगों से कहा कि यह मेरा पसंदीदा कार्यक्रम है, लेकिन कोविड के कारण मैं आपसे नहीं मिल सका था। इससे मुझे काफी खुशी मिल रही है, क्योंकि मैं लंबे समय के बाद आपसे मिल रहा हूं।
 
मोदी ने कहा कि घबराया हुआ कौन है? आप या आपके माता-पिता? यहां अधिकतर लोगों के माता-पिता घबराए हुए हैं। अगर हम परीक्षा को त्योहार बना दें तो यह जीवंत बन जाएगा। प्रधानमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का देश के हर वर्ग ने तहे दिल से स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि ज्ञान के भंडार के साथ हुनर भी होना अब जरूरी है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति व्यक्तित्व विकास के लिए कई अवसर दे रही है। उन्होंने शिक्षा नीति की बारीकियों को जमीन पर उतारने की बात भी कही।
गुजरात के वडोदरा के केनी पटेल ने पूछा कि उचित रिवीजन और पर्याप्त नींद लेकर कोई भी पाठ्यक्रम कैसे पूरा किया जा सकता? मोदी ने कहा कि आप इतने घबराए हुए क्यों हैं? आप पहली बार परीक्षा नहीं देंगे। अब आप आखिरी पड़ाव के करीब बढ़ रहे हैं। आपने पूरा समुद्र पार कर लिया है, अब किनारे के पास आकर आपको डूबने का डर है?
 
शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा पिछले 4 वर्षों से 'परीक्षा पे चर्चा' का आयोजन किया जा रहा है। पहले 3 बार इसे दिल्ली में एक 'इंटरैक्टिव टाउन हॉल' प्रारूप में आयोजित किया गया था। चौथा संस्करण पिछले साल 7 अप्रैल को ऑनलाइन आयोजित किया गया था।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Pakistan के PM शाहबाज शरीफ ने फिर करवाई बेइज्जती, 3 साल बाद पुतिन के सामने एक बार फिर हुए शर्मिंदा

विघ्नहर्ता के नाम पर खुद विघ्‍न डाल रहे जिम्‍मेदार, आभार-सत्‍कार के गेट से रौंदा सड़कों का ट्रैफिक, जिम्‍मेदार नहीं उठा रहे फोन

हाउडी मोदी से टैरिफ वॉर तक : मोदी के सबसे अच्छे दोस्त थे ट्रम्प, आखिर इतने कैसे बिगड़े रिश्ते?

iPhone 17 बिना सिम कार्ड पोर्ट के होंगे लॉन्च, जानिए कितनी सेफ है eSIM

Maruti Victoris हुई पेश, Hyundai Creta और Kia Seltos को देगी टक्कर, कीमत और फीचर्स को लेकर कंपनी ने क्या बताया

सभी देखें

नवीनतम

GSt घटने से कितनी सस्ती होगी कार और बाइक्स?

LIVE: GST दरों में कटौती से बड़ी राहत, जानिए किसने क्या कहा?

GST Reform: टैक्स फ्री हुआ हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस, इन वस्तुओं पर भी नहीं लगेगा Tax

GST Reforms : निजी हेल्थ इंश्योरेंस पर नहीं देना होगा जीएसटी, छेना-पनीर और ब्रेड पर भी टैक्स खत्म, जानिए क्या हुआ सस्ता

Weather Updates : उत्तर भारत में कहर बरसा रहा है मानसून, हरियाणा, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में 10 की मौत, स्कूलों में छुट्टी, अंतिम संस्कार करना पड़े स्थगित

अगला लेख