नई दिल्ली। भारत और चीन शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख में टकराव के कुछ स्थानों पर 22 महीने लंबे गतिरोध को हल करने के लिए 15वें दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता कर रहे हैं।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के भारतीय हिस्से में चुशुल-मोल्दो बार्डर प्वाइंट पर कोर-कमांडर स्तर की वार्ता हो रही है। वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के नवनियुक्त कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता कर रहे हैं।
भारतीय पक्ष से देपसांग बल्ज और डेमचोक में मुद्दों को हल करने समेत टकराव वाले शेष स्थानों पर जल्द से जल्द सेना को हटाने पर जोर दिये जाने की उम्मीद की जा रही है।
दोनों देशों के बीच 14वें दौर की बातचीत 12 जनवरी को हुई थी और टकराव वाले शेष स्थानों गतिरोध को हल करने में कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई थी। वार्ता के दौरान हॉट स्प्रिंग्स (पेट्रोलिंग प्वाइंट-15) क्षेत्रों में सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।