J&K में सेना की नेक पहल, बच्चों के लिए शुरू कीं ट्यूशन कक्षाएं...

Webdunia
सोमवार, 30 अगस्त 2021 (23:47 IST)
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के राजौरी और रियासी जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रहने वाले गुज्जर और बकरवाल समुदायों के बच्चों तक शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सेना ने उनके लिए ट्यूशन कक्षाएं शुरू की हैं। एक रक्षा प्रवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी दी।

गुज्जर और बकरवाल समुदाय के सदस्य गर्मियों की शुरुआत में अपने पशुओं के लिए हरियाली वाले चरागाहों की तलाश में पीर पंजाल रेंज के ऊंचे इलाकों में चले जाते हैं और सर्दियों की शुरुआत से पहले मैदानी इलाकों में लौट आते हैं।

प्रवक्ता ने बताया कि रियासी और राजौरी जिलों के बंज और रिछ बागला, इचनी, मखीधर, ढकीकोट, कालाबन, चकल हवलन, बालमतकोट और शिकारी के ऊंचे और दूरदराज के गांवों में ट्यूशन कक्षाएं पहले ही शुरू हो चुकी हैं।

उन्होंने कहा कि इस पहल से प्रत्‍येक स्थान पर बड़ी संख्या में छात्र लाभान्वित हो रहे हैं। यह सुनिश्चित करता है कि इन समुदायों के बच्चों की शिक्षा तक पहुंच हो और पढ़ाई में उनकी रुचि फिर से जागृत हो।

प्रवक्ता के मुताबिक, इन परिवारों की घुमंतू प्रवृति के कारण छह से आठ महीने तक बच्चे स्कूलों से अनुपस्थित रहते हैं।(भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Israel-Iran Conflict : इजराइल-ईरान में क्यों है तनाव, भयंकर युद्ध हुआ तो भारत पर क्या होगा असर

एयर इंडिया विमान हादसे का क्या कनेक्शन है जगन्नाथ मंदिर और अच्युतानंद महाराज की गादी से

विमान हादसे में तुर्की का तो हाथ नहीं? बाबा रामदेव के बयान से सनसनी

इंसानी गलती या टेक्नीकल फॉल्ट, AI-171 के ब्लैक बॉक्स से सामने आएगा सच, जानिए कैसे खोलते हैं हादसे का राज

डोनाल्ड ट्रंप बोले- ईरान के पास बातचीत का दूसरा मौका, परमाणु समझौता कर तबाही को बचा लो

सभी देखें

नवीनतम

कौन था केदारनाथ के पास क्रैश हेलीकॉप्टर का पायलट राजवीर सिंह चौहान, क्या था उसका सेना से कनेक्शन?

ब्रिटेन के F35 फाइटर प्लेन की तिरुवनंतपुरम में इमरजेंसी लैंडिंग, क्या है इस लड़ाकू विमान की विशेषता?

LIVE: AAIB करेगी हेलीकॉप्टर क्रैश की जांच, DGCA ने लिया बड़ा फैसला

दिल्ली से मुंबई तक बदला मौसम का मिजाज, क्या है मानसून का हाल?

इजराइल-ईरान की लड़ाई में फंसे जम्मू कश्मीर के 1300 छात्र

अगला लेख