नई दिल्ली। बिजली और खनन क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से देश में अप्रैल, 2022 के दौरान औद्योगिक उत्पादन में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह पिछले आठ महीने का सबसे उच्च स्तर है। इससे पहले अगस्त, 2021 में इसमें 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के शुक्रवार को जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले महीने में विनिर्माण क्षेत्र में 6.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर की वजह से पिछले वर्ष के इसी महीने में वृद्धि दर का विश्लेषण किया जाना अभी बाकी है। महामारी की वजह से उस समय औद्योगिक उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन महीने में बिजली उत्पादन 11.8 प्रतिशत और खनन उत्पादन 7.8 प्रतिशत बढ़ा।उपयोगिता आधारित वर्गीकरण के अनुसार, इस साल अप्रैल के दौरान पूंजीगत सामान के मामले में 14.7 प्रतिशत तथा टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र में 8.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
इसके अलावा प्राथमिक वस्तुओं, मध्यवर्ती वस्तुओं, बुनियादी ढांचा/निर्माण वस्तुओं और उपभोक्ता गैर-टिकाऊ क्षेत्रों में क्रमशः 10.1 प्रतिशत, 7.6 प्रतिशत, 3.8 प्रतिशत तथा 0.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, कोविड-19 की दूसरी लहर के निम्न आधार ने अप्रैल 2022 में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि को आठ महीने के उच्चतम स्तर 7.1 प्रतिशत पर पहुंचा दिया। हालांकि खनन क्षेत्र में हमारी उम्मीद के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन के कारण यह हमारे 9.2 प्रतिशत के अनुमान से कम रहा।(भाषा)