राहत! महंगाई घटी, खर्चों पर लगाम...

Webdunia
रविवार, 16 नवंबर 2014 (14:48 IST)
नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी सरकार के आर्थिक सुधारों के लिए लगातार किए जा रहे उपायों के साथ ही पेट्रोल और डीजल की कीमत घटने से इस वर्ष अक्टूबर में आम लोगों की रोजमर्रा से जुड़ी चिकित्सा, शिक्षा, स्टेशनरी, वस्त्र एवं फुटवेयर पर होने वाले खर्च में पिछले वर्ष के इसी माह की तुलना में महज इकाई अंकों में वृद्धि हुई है।
 
वाणिज्य एवं उद्योग संगठन एसोचैम की रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान चिकित्सा पर लोगों का सालाना खर्च 5.56 प्रतिशत बढ़ा है, वहीं स्टेशनरी सहित शिक्षा पर 7.21 प्रतिशत और पर्सनल केयर पर 6.41 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
 
रिपोर्ट में कहा गया है कि पेट्रोल और डीजल की कीमत घटने से देश में खुदरा और थोक महंगाई में भारी कमी आई है। इसमें अगले 6 से 8 महीनों में और कमी आने की उम्मीद है।
 
एसोचैम ने कहा कि अक्टूबर में खुदरा महंगाई के अब तक के रिकॉर्ड न्यूनतम स्तर 5.52 प्रतिशत पर आने से विशेषकर निम्न और मध्य वर्ग के लोगों की रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले इन मदों में खर्च अधिक नहीं बढ़ा है, हालांकि वस्त्र एवं फुटवेयर पर उनके खर्च में सालाना 7.57 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
 
रिपोर्ट के अनुसार आर्थिक सुस्ती की वजह से पिछले 2 वर्षों में मध्यम आय वर्ग के लोगों के वेतन और आय में कोई वृद्धि नहीं हुई है जिससे मांग प्रभावित हुई है। हालांकि इसके बावजूद लोगों के लिए चिकित्सा, शिक्षा, वस्त्रों एवं रोजमर्रा की अन्य आवश्यक मदों पर खर्च में कटौती कर पाना कठिन रहा। (वार्ता)
 
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