क्षेत्रीय भाषाओं में बना सकेंगे इंटरनेट डोमेन

Webdunia
रविवार, 12 अगस्त 2018 (11:04 IST)
कोलकाता। इंटरनेट डोमेन नाम अब तक आपको अंग्रेजी में ही उपलब्ध थे लेकिन जल्द ही आप अपनी क्षेत्रीय भाषा में भी इंटरनेट डोमेन का नाम बना सकेंगे। गैरलाभकारी निगम इंटरनेट कॉर्पोरेशन फॉर असाइंड नेम्स एंड नंबर्स (आईसीएएनएन) दुनियाभर में इंटरनेट के डोमेन नाम प्रणाली (डीएनएस) का कामकाज देखता है।
 
 
निगम देश की 8वीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं सहित भारत में बोली जाने वाली कई भाषाओं में डोमेन नाम तैयार करने के काम में जुटा है। आईसीएएनएन के भारत प्रमुख समीरन गुप्ता ने 'प्रेट्र' को बताया कि भारत की 9 लिपियों बंगाली, देवनागरी, गुजराती, गुरमुखी, कन्नड़, मलयालम, उड़िया, तमिल और तेलुगु पर काम जारी है। उम्मीद है कि कई स्थानीय भाषाओं का काम भी इन लिपियों के जरिए हो जाएगा।
 
आईसीएएनएन वैश्विक स्तर पर इस्तेमाल होने वाली लिपियों के वास्ते उच्चस्तरीय डोमेनों के लिए सुरक्षित और स्थिर दिशा में काम कर रही है ताकि अंग्रेजी का ज्ञान नहीं रखने वाले लोग भी अपनी भाषाओं में डोमेन नाम के साथ ऑनलाइन जाकर वेबसाइट देख सकें।
 
एक उदाहरण के तौर पर अब तक लोग इस उद्देश्य के लिए अंग्रेजी में डोमेन नाम टाइप करते थे लेकिन इसके बजाय अब एक व्यक्ति हिन्दी में सामग्री प्राप्त करने के लिए हिन्दी में डोमेन डाल सकता है। उन्होंने कहा कि दुनिया की करीब 52 प्रतिशत आबादी इस समय इंटरनेट का इस्तेमाल करती है और आईसीएएनएन डिजिटल दूरियों की खाई को पाटने की दिशा में काम कर रहा है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Russia Ukraine War भयानक स्थिति में, ICBM से मचेगी तबाही, पुतिन के दांव से पस्त जेलेंस्की

IAS Saumya Jha कौन हैं, जिन्होंने बताई नरेश मीणा 'थप्पड़कांड' की हकीकत, टीना टाबी से क्यों हो रही है तुलना

जानिए 52 करोड़ में क्यों बिका दीवार पर डक्ट-टेप से चिपका केला, यह है वजह

C वोटर के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में किसने मारी बाजी, क्या फिर महायुति की सरकार

Russia-Ukraine war : ICBM हमले पर चुप रहो, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही रूसी प्रवक्ता को आया पुतिन का फोन

सभी देखें

नवीनतम

LOC के ऊंचाई वाले दर्रों पर बिछी बर्फ की चादर, सेना का बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू

मणिपुर पर कांग्रेस का नड्डा पर पलटवार, कहा पत्र झूठ से भरा हुआ

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर महाविकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन में होगा बिखराव?

अडाणी मामले का क्या होगा भारत से संबंधों पर असर, अमेरिका ने जारी किया बयान

कनाडा का बड़ा बयान, देश के आपराधिक मामले में पीएम मोदी का हाथ नहीं

अगला लेख