उच्चतम न्यायालय के 'जमादार' अब कहलाएंगे 'सुपरवाइजर'

Webdunia
गुरुवार, 20 अप्रैल 2023 (01:01 IST)
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय के सफाई कर्मचारी अब 'जमादार' नहीं, बल्कि 'सुपरवाइजर' कहे जाएंगे। भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने कुछ पदों के नाम बदलने का फैसला करते हुए कहा कि ये (शब्द) 'औपनिवेशिक मानसिकता' को प्रतिबिंबित करते हैं, जिसका आधुनिक समाज में कोई स्थान नहीं है।

वहीं सीजेआई ने 'सुप्रीम कोर्ट स्पोर्ट्स, कल्चरल एंड अदर इवेंट्स- 2023' का उद्घाटन करते हुए कहा कि इन कार्यक्रमों के आयोजन का उद्देश्य कर्मचारियों के लिए जीवन की समग्र पद्धति को प्रोत्साहित करना और उनके शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देना है। इस स्पर्धा में शीर्ष अदालत के 970 कर्मचारी भाग लेंगे।

शीर्ष अदालत ने एक बयान में कहा कि इसमें 12 खेल और 9 सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कर्मचारियों के लिए नियोजित किए जा रहे कुछ कल्याणकारी उपायों का भी उल्लेख किया, जिनमें एक बड़ा और बेहतर सुसज्जित क्रेच, एक प्रशिक्षण केंद्र और एक स्टाफ पुस्तकालय शामिल हैं।

उन्होंने कुछ निर्दिष्ट पदों के नाम बदलने के अपने हाल के प्रशासनिक निर्णयों का भी उल्लेख किया। प्रधान न्यायाधीश ने महिला कर्मचारियों को इन खेल आयोजनों में भाग लेने के लिए काफी प्रोत्साहित किया और कहा कि वे (महिलाएं) अपने पुरुष समकक्षों से कतई कम नहीं हैं।

सीजेआई ने कैरम में पहला स्ट्राइक करके कार्यक्रम का उद्घाटन किया। शीर्ष अदालत के महासचिव संजीव कलगांवकर ने भी उद्घाटन समारोह में अपने विचार व्यक्त किए।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

5000 धर्मांतरण, लव जिहादियों की गैंग, माफिया से कनेक्शन, छांगुर का दिल दहलाने वाला सच

ED के सामने पेश हुए रॉबर्ट वाड्रा, पत्नी प्रियंका गांधी भी थीं साथ

AI हादसे की शुरुआती रिपोर्ट ने खड़े किए सवाल, क्या हैं DGCA के नए आदेश

नूंह में मजार क्षतिग्रस्त, कड़ी सुरक्षा के बीच बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा शुरू, 2023 में भड़की थी हिंसा

Hate Speech पर SC सख्त, केंद्र और राज्यों को सख्त निर्देश, नफरत फैलाने वाले कंटेंट बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, तुरंत लगाएं लगाम

सभी देखें

नवीनतम

यूक्रेनी लोगों ने अमेरिकी सहायता का स्वागत किया, पुतिन को 50 दिन की मोहलत को बहुत लंबा बताया

भाषा विवाद के बीच चन्द्रबाबू नायडू का बड़ा बयान, दिया नरसिंह राव का उदाहरण

सुप्रीम कोर्ट ने मृत्युदंड पाए व्यक्ति को किया बरी, डीएनए साक्ष्य प्रबंधन पर दिए दिशानिर्देश

मेरठ में कावड़ यात्रा व सुरक्षा के मद्देनजर स्कूल कॉलेज 23 जुलाई तक बंद

दिल के दौरे से होने वाली मौतों का कोविड के टीके से कोई संबंध नहीं, कर्नाटक के मंत्री का स्पष्टीकरण

अगला लेख