J&K के राज्यपाल मलिक ने बताई विधानसभा भंग करने की वजह, निशाने पर केन्द्र सरकार

Webdunia
मंगलवार, 27 नवंबर 2018 (14:17 IST)
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल ने राज्य विधानसभा भंग करने के फैसले पर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि केन्द्र की एनडीए सरकार सज्जाद लोन को राज्य का मुख्‍यमंत्री बनाना चाहती थी। यदि ऐसा होता तो यह जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ बेईमानी होती।
 
मलिक ने कहा कि मैं नहीं चाहता था कि सज्जाद राज्य के मुख्‍यमंत्री बने और यहां के लोगों के साथ बेईमानी हो। साथ ही मैं यह भी नहीं चाहता था कि इतिहास में मुझे बेईमान के रूप में जाना जाए। अत: मैंने विधानसभा भंग करना ही ज्यादा उचित समझा। इस फैसले पर लोग मुझे गाली देते हैं तो देते रहें। मुझे जो सही लगा मैंने किया।
 
उन्होंने कहा कि अब नहीं पता कि इस फैसले के बाद वे कितने समय तक राज्यपाल रह पाते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की बात मानता तो तो लोन की सरकार बनानी पड़ती, जो कि कतई उचित नहीं था। लोन को कश्मीर में भाजपा का करीबी माना जाता है।
 
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पीडीएफ ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के सहयोग से कश्मीर में सरकार बनाने का दावा पेश किया था। कांग्रेस ने भी बाहर से समर्थन दिया था, लेकिन ऐन वक्त पर राज्यपाल ने विधानसभा भंग करने का फैसला ले लिया। इसके चलते राजनीतिक दलों ने काफी हंगामा किया था।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख