श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती से मुलाकात एवं कश्मीर में बने असमंजस भरे माहौल के बीच राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि जहां तक मैं समझता हूं यहां कुछ भी नहीं होने जा रहा है।
मलिक ने कहा कि आज चिंता की कोई बात नहीं है, लेकिन कल के बारे में तो मैं भी नहीं जानता। क्योंकि यह मेरे हाथ में नहीं है। उन्होंने कहा कि उमर अब्दुल्ला समेत अन्य लोगों ने मुझसे मुलाकात की थी और सभी संतुष्ट हो कर गए हैं। वे जो मुझसे चाहते थे, मैंने किया।
इससे पहले राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि राज्य के संवैधानिक प्रावधानों में किसी भी बदलाव के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती सुरक्षा कारणों से उठाया गया कदम है।
प्रतिनिधमंडल में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, शाह फैजल, सज्जाद लोन, इमरान अंसारी शामिल थे। इन नेताओं ने राज्यपाल से देर रात मुलाकात के लिए समय मांगा। राज्यपाल ने तुरंत उन्हें समय दे दिया। प्रतिनिधिमंडल ने अमरनाथ यात्रियों पर जारी एडवाइजरी का हवाला देते हुए कहा कि इससे कश्मीर के लोगों में असमंजस की स्थिति बनी है।
नहीं मिला 'कुछ' का जवाब : पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शनिवार को सवालों की पोटली लेकर राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिलने गए थे, लेकिन संतोषजनक उत्तरों के बिना ही वे वापस लौट आए। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अफसर बताते हैं कि 'कुछ हो रहा है', लेकिन जब इस 'कुछ' के बारे में विस्तार से पूछा जाता है तो वे जवाब नहीं दे पाते हैं। अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से पूछा कि 'आखिरकार जम्मू-कश्मीर में हो क्या रहा है?' अब्दुल्ला के मुताबिक उन्होंने राज्यपाल से इस बाबत एक बयान जारी करने की अपील की है।