JDU ने BJP को छोड़ने के एक दिन बाद कहा- ED और CBI से नहीं डरते...

Webdunia
बुधवार, 10 अगस्त 2022 (23:19 IST)
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने बुधवार को कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर विपक्ष द्वारा जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए जाने के बावजूद पार्टी उससे अलग हो गई, क्योंकि उसे प्रवर्तन निदेशालय और और सीबीआई का डर नहीं है।

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने अरुणाचल प्रदेश में हमारे विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया था, जबकि विधायक वहां की सरकार का समर्थन कर रहे थे। ललन सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया।

यह पूछे जाने पर क्या भाजपा से अलग होने से जदयू जांच एजेंसियों के माध्यम से राजनीतिक प्रतिशोध की चपेट में आ जाएगा, उन्होंने कहा, वे कई एजेंसियों को लगा दें। हम सीबीआई और ईडी से नहीं डरते। कंपनियां चलाने वालों को ही डर में जीने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, हम जीवित रहने के लिए व्यक्तिगत आय के अन्य कानूनी स्रोतों के अलावा सांसदों या विधायकों के रूप में मिलने वाले वेतन पर निर्भर करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के साथ संबंध तोड़ने के पार्टी के फैसले को उन सभी का समर्थन मिला जो कल की बैठक में शामिल नहीं हो सके, जैसे राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने मुझसे टेलीफोन पर बात की और कहा कि वह हमेशा नीतीश कुमार का समर्थन करेंगे।

जदयू प्रमुख ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने विधानसभा चुनावों में चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोजपा का इस्तेमाल कर हमारे उम्मीदवारों के खिलाफ अपने विद्रोहियों को खड़ा करवाया और चुनाव बाद उन्हें फिर से पार्टी में शामिल कर लिया।

ललन ने इस आरोप को भी दोहराया कि जदयू के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह भाजपा के एजेंट बन गए थे। हालांकि यह पूछे जाने पर कि क्या पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पार्टी को विभाजित करने की कोशिश की थी, उन्होंने कहा कि कोई भी हमारे बीच दरार पैदा नहीं कर सकता।

उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को एक कठिन चुनौती का सामना करना पड़ेगा। उनके 30 से अधिक सांसद बिहार और पश्चिम बंगाल से सटे राज्यों से हैं। ललन ने भाजपा को यह भी याद दिलाया कि वह 2015 के विधानसभा चुनाव में केवल 53 सीटें जीत सकी थी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद रिकॉर्ड 42 रैलियां की थीं।(भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Generation Z protests in Nepal : बैंकों में लूटपाट, एयरपोर्ट पर आग, नेपाल में किस दिशा में जा रहा है जनरेशन जेड का प्रदर्शन

सीपी राधाकृष्णन होंगे भारत के उपराष्ट्रपति, सुदर्शन रेड्‍डी को मिली शिकस्त

sudan gurung : नेपाल में बारुद को चिंगारी देने वाले 36 साल के सुदन गुरुंग कौन हैं, क्यों मचवाया कांठमांडू में कोहराम, ओली सरकार की किस बात से थे नाराज

कौन है रैपर, कवि और म्‍युजिशियन बालेंद्र शाह जिन्‍हें प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं नेपाली Gen Z?

Operation Sindoor की सफलता में 400 वैज्ञानिकों ने निभाया रोल, 24 घंटे किया काम, ISRO प्रमुख ने बताया कैसे की मदद

सभी देखें

नवीनतम

Generation Z protests in Nepal : नेपाल में हिंसा का तांडव, पूर्व PM की पत्नी को जिंदा जलाया

LIVE: आज लॉन्च होगी iPhone 17 सीरीज, साथ में आएंगे AirPods Pro 3 और Apple Watch 11

Generation Z protests in Nepal : बैंकों में लूटपाट, एयरपोर्ट पर आग, नेपाल में किस दिशा में जा रहा है जनरेशन जेड का प्रदर्शन

cp radhakrishnan biography: कौन हैं देश के नए उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, पढ़िए हिन्दी बायोग्राफी

Kia की कारें सस्ती, Carnival मॉडल्स की कीमतों में 4 लाख रुपए से ज्यादा की कटौती, जानिए कितने घटे दाम

अगला लेख