जेएनयू के 48 प्रोफेसरों को कारण बताओ नोटिस, हड़ताल में हुए थे शामिल

Webdunia
शुक्रवार, 24 अगस्त 2018 (11:26 IST)
नई दिल्ली। जेएनयू प्रशासन ने कुलपति द्वारा लागू की गई नीतियों के खिलाफ 31 जुलाई को एक दिन की हड़ताल में शामिल होने पर 48 प्रोफेसरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया।


जेएनयू की प्रोफेसर आएशा किदवई ने दावा किया कि विश्वविद्यालय के कार्यकारिणी परिषद की आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया। किदवई ने बताया, जारी किए गए नोटिस में शांतिपूर्ण हड़ताल की कार्रवाई को विश्वविद्यालय के कानूनों, नियमों का उल्लंघन बताया गया है।

किदवई ने बताया, हम इस तरह के तरीके से बेहद परेशान हैं जिसमें विरोध के लोकतांत्रिक कृत्य को अनुशासनहीनता और गैरकानूनी कार्य के रूप में माना जा रहा है।

31 अगस्त को शिक्षकों ने हाथों में तख्तियां लेकर और काला बैज लगाकर प्रदर्शन किया था जिसमें कुलपति के नीति निर्णयों को लेकर अपना विरोध व्यक्त किया था। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

कौन थे रजाकार, कैसे सरदार पटेल ने भैरनपल्ली नरसंहार के बाद Operation polo से किया हैदराबाद को भारत में शामिल?

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में बंजारुमाले गांव में हुआ 100 प्रतिशत मतदान

धीरेंद्र शास्‍त्री के भाई ने फिर किया हंगामा, टोल कर्मचारियों को पीटा

प्रवेश द्वार पर बम है, जयपुर हवाई अड्‍डे को उड़ाने की धमकी

दिल्ली में देशी Spider Man और उसकी Girlfriend का पुलिस ने काटा चालान, बाइक पर झाड़ रहा था होशियारी

बहू को हुआ सास से प्‍यार, पति के साथ नहीं सोने देती है, सास हुई परेशान

UP के डिप्टी सीएम मौर्य बोले, एक और पाकिस्तान बनाने का जहर बो रही है कांग्रेस

धनंजय सिंह को मिली इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत, नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

कौन है जेल से 20 दिन की पैरोल पर बाहर आया फलाहारी बाबा, क्‍या था मामला?

कांग्रेस का दावा, 2जी स्पेक्ट्रम मामले में दिखा भाजपा का पाखंड

अगला लेख