कांचीपुरम मठ में शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती को अंतिम विदाई

Webdunia
गुरुवार, 1 मार्च 2018 (07:47 IST)
कांचीपुरम। कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती को गुरुवार को शंकर मठ परिसर में महासमाधि दी गई।

पार्थिव देह को दफनाने की प्रकिया जिसे 'वृंदावन प्रवेशम' कहा जाता है, अभिषेकम् अथवा स्नान के साथ शुरू हुई। अभिषेकम् के लिए दूध एवं शहद जैसे पदार्थों का इस्तेमाल किया गया।
 
अभिषेकम की प्रक्रिया श्री विजयेन्द्र सरस्वती तथा परिजन की मौजूदगी में पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मठ के मुख्य प्रांगण में हुई। बाद में शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती के पार्थिव शरीर को मुख्य हॉल से निकालकर वृंदावन एनेक्सी ले जाया गया, जहां श्री चन्द्रशेखरेन्द्र सरस्वती को समाधि दी गई थी।
 
बेंत की एक बड़ी टोकरी में शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती के पार्थिव शरीर को बैठी हुई मुद्रा में डालकर 7 फुट लंबे और 7 फुट चौड़े गड्ढे में नीचे उतारा गया। उसके ऊपर शालिग्राम रखा गया। गड्ढे को जड़ी-बूटी, नमक और चंदन की लकड़ी से भर दिया गया। बाद में कबालमोक्षम् किया गया।
 
तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम, राज्य के शिक्षामंत्री केए सेंगोतैयां एवं अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती को श्रद्धांजलि अर्पित की।  (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Israel-Iran Conflict : इजराइल-ईरान में क्यों है तनाव, भयंकर युद्ध हुआ तो भारत पर क्या होगा असर

एयर इंडिया विमान हादसे का क्या कनेक्शन है जगन्नाथ मंदिर और अच्युतानंद महाराज की गादी से

विमान हादसे में तुर्की का तो हाथ नहीं? बाबा रामदेव के बयान से सनसनी

इंसानी गलती या टेक्नीकल फॉल्ट, AI-171 के ब्लैक बॉक्स से सामने आएगा सच, जानिए कैसे खोलते हैं हादसे का राज

डोनाल्ड ट्रंप बोले- ईरान के पास बातचीत का दूसरा मौका, परमाणु समझौता कर तबाही को बचा लो

सभी देखें

नवीनतम

फ्रैंकफर्ट से हैदराबाद निकली फ्लाइट में बम की अफवाह, उड़ान के 2 घंटे बाद यू-टर्न

बाघों के लिए कान्हा टाइगर रिजर्व देश में नंबर-1, दूसरे नंबर पर पेंच टाइगर रिजर्व

Petrol Diesel Prices : ईरान और इजराइल युद्ध से Crude Oil के भाव बढ़े, जानें अपने नगर में पेट्रोल डीजल के ताजा भाव

लाड़ली बहनों के खातों में आज आएगा पैसा, CM डॉ. मोहन यादव करेंगे 1551 करोड़ ट्रांसफर

हम बस जिंदा रहने की कोशिश कर रहे, हमें यहां से निकालो, ईरान में फंसे भारतीय छात्रों की रिक्वेस्ट

अगला लेख