केदारनाथ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार भास्कर खुल्बे और प्रधानमंत्री कार्यालय से उप सचिव मंगेश घिल्डियाल केदारनाथ धाम के गर्भगृह में दर्शन और पूजा कराने को लेकर केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों और देशभर से आए श्रद्धालुओं में भारी उबाल दिखाई दे रहा है। आक्रोशित श्रद्धालुओं ने इसको लेकर प्रशासन और देवस्थानम बोर्ड को लेकर जमकर विरोध किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार भास्कर खुल्बे और प्रधानमंत्री कार्यालय से उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने केदारनाथ धाम पहुंचकर मंदिर के गर्भगृह में विशेष पूजा-अर्चना की।
दोनों अधिकारियों के लिए केदारनाथ धाम के पुजारी बागेश लिंग ने भगवान केदारनाथ का रुद्राभिषेक पाठ भी किया। श्रद्धालुओं का कहना है कि प्रशासन की ओर से वीआईपी लोगों को गर्भगृह के दर्शन करवाया जा रहा है, लेकिन आम श्रद्धालुओं को कोविड का हवाला देकर इसकी बिलकुल इजाजत नहीं दी जा रही।
श्रद्धालुओं के अनुसार वे सैकड़ों किलोमीटर दूर से बाबा केदार के दर्शन करने पहुंचे हैं, लेकिन हाईकोर्ट के द्वारा नियमों का हवाला देते हुए उन्हें गर्भगृह के दर्शन नहीं करवाए जा रहे हैं जबकि वीआइपी के नाम पर इन्हें नियमों का सरेआम उल्लंघन किया जा रहा है।
केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 800 श्रद्धालु, बदरीनाथ धाम में 1000, गंगोत्री में 600, यमनोत्री धाम में 400 श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति दी की गई है। आज पूरे लाव-लश्कर के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार भास्कर खुल्बे न केवल केदारनाथ पहुंचे, बल्कि सरकारी तंत्र ने उन्हें गर्भगृह में भगवान केदार के दर्शन भी करवाए इसी से श्रद्धालु और पंडे भड़के हुए हैं।