अलापुजा (केरल)। अलापुजा जिले के गांव कैनाकारी में जैसे-जैसे पानी घरों में घुसने लगा, लोगों ने सुरक्षित आश्रय की तलाश शुरू की। यहां के कम से कम 20 परिवार ऐसे हैं जिन्होंने गिरजाघर के कब्रिस्तान में शरण ली।
ये लोग फिलहाल अपने मवेशियों के साथ यहीं पर रह रहे हैं। उन्हीं में से एक हैं थानकाचन और उनका परिवार जिन्होंने मदद लेकर सुरक्षित स्थान पर जाने से इसलिए इंकार कर दिया क्योंकि उन्हें अपनी गायों और बकरियों की चिंता थी, लेकिन जब पानी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया तो परिवार ने अपने मवेशियों को साथ लेकर गांव में सेंट मैरी गिरजाघर के कब्रिस्तान में पनाह ली।
उन्होंने कहा कि हमें यहां कब्रों के बीच रहने में कोई डर नहीं लग रहा है। मेरे पिता, बड़ी बहन और कई संबंधियों को यहीं पर दफनाया गया था। हमारे पास गायें और बकरियां हैं जिन्हें हम छोड़कर नहीं जाना चाहते थे। उनके अतिरिक्त 20 अन्य परिवार भी कब्रिस्तान में ही रह रहे हैं।