सिंधु, साक्षी, दीपा और जीतू बने खेल रत्न

Webdunia
सोमवार, 29 अगस्त 2016 (13:19 IST)
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रियो ओलंपिक में बैडमिंटन रजत विजेता पीवी सिंधु, कांस्य पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक, जिम्नास्ट दीपा करमाकर और निशानेबाज जीतू राय को सोमवार को खेल दिवस के दिन देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार 'राजीव गांधी खेलरत्न' से सम्मानित किया।
प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन के भव्य दरबार हॉल में 4 खिलाड़ियों को 'खेलरत्न' प्रदान करने के अलावा 15 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार, 6 कोचों को द्रोणाचार्य अवॉर्ड, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार और मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी 2015-16 प्रदान की। इस साल ओलंपिक वर्ष होने के बाद और इन 4 खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए इन्हें 'खेलरत्न' से सम्मानित किया गया। पुरस्कार समारोह में खेलमंत्री विजय गोयल भी मौजूद थे।
सरकार ने एक विशेष नियम बनाया है जिसके तहत ओलंपिक वर्ष में 1 से अधिक खिलाड़ी को 'खेलरत्न' दिया जा सकता है। सिंधु ने व्यक्तिगत मुकाबले में फाइनल में पहुंचकर रजत पदक जीता जबकि साक्षी मलिक ने महिला कुश्ती में कांस्य पदक अपने नाम किया। दीपा करमाकर जिम्नास्टिक की वर्ल्ड स्पर्धा में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए चौथे स्थान पर रहीं। जीतू राय रियो में अपनी एक स्पर्धा के फाइनल में पहुंचे थे जबकि पिछले 2 वर्षों में उनका लगातार शानदार प्रदर्शन रहा था।
इस बार रियो ओलंपिक में उतरे भारतीय खिलाड़ियों में से 4 खिलाड़ियों को 'खेलरत्न' और 8 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 'खेलरत्न' में साढ़े 7.50 लाख रुपए, अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कारों में 5 लाख रुपए, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार में ट्रॉफी और मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी के लिए 10 लाख रुपए का पुरस्कार दिया गया। 
 
देश के इस सर्वोच्च खेल पुरस्कार के इतिहास में यह पहला मौका है, जब 4 खिलाड़ियों को एकसाथ 'खेलरत्न' का पुरस्कार मिला है। 'खेलरत्न' और अर्जुन पुरस्कार समिति ने 2 खिलाड़ियों जिम्नास्ट दीपा करमाकर और पिस्टल निशानेबाज जीतू राय के नाम की खेल मंत्रालय को सिफारिश की थी जबकि खेल मंत्रालय ने अंतिम सूची जारी करते हुए बताया था कि 4 खिलाड़ियों सिंधु, साक्षी, दीपा और जीतू को 'खेलरत्न' से सम्मानित किया जाएगा।
 
इससे पहले वर्ष 2009 में 3 खिलाड़ियों को एकसाथ 'खेलरत्न' सम्मान दिया गया था। इनमें बीजिंग ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार और मुक्केबाज विजेन्दर सिंह शामिल थे जबकि महिला विश्व चैंपियन मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम को तत्कालीन खेलमंत्री एमएस गिल के हस्तक्षेप के बाद 'खेलरत्न' पुरस्कारों के लिए शामिल किया गया था।

राष्ट्रपति ने सबसे पहले सिंधु को 'खेलरत्न' से सम्मानित किया। उसके बाद दीपा, जीतू और साक्षी मलिक को देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार प्रदान किया गया। इन चारों खिलाड़ियों के लिए उनकी जिंदगी का यह सबसे गौरवपूर्ण क्षण था। शानदार प्रदर्शन के साथ-साथ देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार पाना हर खिलाड़ी का सपना होता है और इन चारों ही खिलाड़ियों ने अपना यह सपना पूरा कर लिया।
 
रियो ओलंपिक में दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से चोटिल होकर क्वार्टर फाइनल में बाहर होने वालीं महिला पहलवान विनेश फोगाट के लिए भी यह जीवन का यादगार क्षण रहा, जब उन्हें राष्ट्रपति के हाथों अर्जुन पुरस्कार प्राप्त हुआ। विनेश के घुटने में चोट लगी थी और वे समारोह में व्हीलचेयर पर पहुंचीं। राष्ट्रपति ने खुद अपनी जगह से आगे आकर विनेश को अर्जुन पुरस्कार प्रदान किया। राष्ट्रपति जब विनेश को अर्जुन पुरस्कार दे रहे थे तो उस समय सबसे अधिक तालियां बजीं। 
 
दीपा के कोच बिसेश्वर नंदी और भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली के कोच राजकुमार शर्मा को प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस बार द्रोणाचार्य पुरस्कारों में 4 कोचों को नियमित द्रोणाचार्य और 2 को लाइफटाइम पुरस्कार दिया गया।
 
नागापुरी रमेश (एथलेटिक्स), सागरमल ध्याल (मुक्केबाजी), राजकुमार शर्मा (क्रिकेट), बिसेश्वर नंदी (जिम्नास्टिक), एस. प्रदीप कुमार (तैराकी लाइफटाइम) और महाबीर सिंह (कुश्ती लाइफटाइम) को द्रोणाचार्य पुरस्कार मिला। संदीप सिंह मान (पैराएथलेटिक्स) और वीरेन्द्र सिंह (कुश्ती बधिर) को अर्जुन पुरस्कार दिया गया। पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला को इस बार मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी 2015-16 प्रदान की गई।
 
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार में देश में सबसे बड़ा स्कूली फुटबॉल टूर्नामेंट सुब्रतो कप कराने वाली सुब्रतो मुखर्जी स्पोर्ट्स एजुकेशन सोसायटी को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया। इनके अलावा उभरती प्रतिभाओं के लिए हॉकी सिटीजन ग्रुप, दादर पारसी जोरास्ट्रियन क्रिकेट क्लब, उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स और स्टेयर्स।
 
कॉर्पोरेट जिम्मदारी के जरिए खेलों में प्रोत्साहन के लिए इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कॉर्पोरेट लिमिटेड। खिलाड़ियों को नौकरी में भारतीय रिजर्व बैंक को भी राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया।
 
राष्ट्रपति ने 3 पूर्व खिलाड़ियों को उनकी आजीवन उपलब्धि के लिए ध्यानचंद पुरस्कार से भी सम्मानित किया। ध्यानचंद पुरस्कार पाने वालों में सत्ती गीता (एथलेटिक्स), सिल्वानस डुंग डुंग (हॉकी) और राजेन्द्र प्रहलाद शेल्के (रोइंग) शामिल हैं।
 
रियो ओलंपिक में 3,000 मीटर स्टीपलचेज हीट में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने और फिर फाइनल में 10वां स्थान हासिल करने वाली महिला एथलीट ललिता बाबर, हॉकी खिलाड़ी वीआर रघुनाथ और रानी तथा बधिर पहलवान वीरेन्द्र सिंह को अर्जुन पुरस्कार दिया गया। 
 
ओलंपिक में उतरे मुक्केबाज शिवा थापा (मुक्केबाजी), रानी (हॉकी), वीआर रघुनाथ (हॉकी), गुरप्रीत सिंह (निशानेबाजी), अपूर्वी चंदीला (निशानेबाजी) और सौम्यजीत घोष (टेबल टेनिस) को अर्जुन पुरस्कार प्रदान किया गया। महाबली सपताल के शिष्य अमित कुमार को भी अर्जुन पुरस्कार मिला। 
 
पुरस्कार विजेताओं की सूची इस प्रकार है-
 
राजीव गांधी 'खेलरत्न' : पीवी सिंधु (बैडमिंटन), साक्षी मलिक (कुश्ती), दीपा करमाकर (जिम्नास्टिक) और जीतू राय (निशानेबाजी)
 
द्रोणाचार्य पुरस्कार : नागापुरी रमेश (एथलेटिक्स), सागरमल ध्याल (मुक्केबाजी), राजकुमार शर्मा (क्रिकेट), बिशेश्वर नंदी (जिम्नास्टिक), एस. प्रदीप कुमार (तैराकी लाइफटाइम) और महाबीर सिंह (कुश्ती लाइफटाइम)।
 
अर्जुन पुरस्कार : रजत चौहान (तीरंदाजी), ललिता बाबर (एथलेटिक्स), सौरभ कोठारी (बिलियर्ड्स एवं स्नूकर), शिवा थापा (मुक्केबाजी), अजिंक्य रहाणे (क्रिकेट), सुब्रत पाल (फुटबॉल), रानी (हॉकी), वीआर रघुनाथ (हॉकी), गुरप्रीत सिंह (निशानेबाजी), अपूर्वी चंदीला (निशानेबाजी), सौम्यजीत घोष (टेबल टेनिस), विनेश फोगाट (कुश्ती), अमित कुमार (कुश्ती), संदीप सिंह मान (पैराएथलेटिक्स) और वीरेन्द्र सिंह (कुश्ती बधिर)।
 
ध्यानचंद पुरस्कार : सत्ती गीता (एथलेटिक्स), सिल्वानस डुंग डुंग (हॉकी) और राजेन्द्र प्रहलाद शेल्के (रोइंग)। (वार्ता) 
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