किसान विकास पत्र योजना लांच, 100 महीने में पैसा डबल...

Webdunia
मंगलवार, 18 नवंबर 2014 (10:20 IST)
नई दिल्ली। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को किसान विकास पत्र योजना की फिर शुरुआत की। इस बचत योजना में निवेश किया गया धन आठ साल और चार महीने में दोगुना हो जाएगा। 
 
किसान विकास पत्र 1 हजार रुपए, 5 हजार रुपए, 10 हजार रुपए व 50 हजार रुपए में उपलब्ध होगा। इसमें निवेश की कोई ऊपरी सीमा नहीं है।
 
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि शुरआत में केवीपी सर्टिफिकेट डाक घरों के जरिए बेचे जाएंगे। बाद में जनता को केवीपी राष्ट्रीयकृत बैंकों की नामित शाखाओं पर भी मिलेंगे। केवीपी में किए गए निवेश की लॉक इन अवधि ढाई साल की होगी। उसके बाद यह पूर्व में तय परिपक्वता मूल्य के हिसाब से छह माह के ब्लॉक में होगी।
 
वित्त मंत्रालय ने कहा कि केवीपी न केवल छोटे निवेशकों के लिए निवेश का सुरक्षित विकल्प होगा, बल्कि इसके जरिये देश में बचत दर बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
 
बयान में कहा गया है कि केवीपी से छोटे निवेशक धोखाधड़ी वाली योजनाओं से भी बच सकेंगे। इस योजना के तहत जुटाई गई राशि सरकार के पास रहेगी जिसका इस्तेमाल केंद्र और राज्यों की विकास योजनाओं में किया जाएगा।
 
ये सर्टिफिकेट एकल या संयुक्त नामों में जारी किए जा सकते हैं और इन्हें कई बार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम स्थानांतरित किया जा सकता है। साथ ही इन्हें एक डाकघर से दूसरे में भी स्थानांतरित किया जा सकता है।
 
केवीपी योजना अप्रैल, 1988 में शुरू की गई थी। उस समय इस योजना में किया गया निवेश 5.5 साल में दोगुना हो जाता था। नवंबर, 2011 में इस योजना को बंद कर दिया गया था।
Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?