कानपुर। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आर्मी कैम्प पर हुए आतंकी हमले में कानपुर का जवान लोहा लेते हुए शहीद हो गया। मुठभेड़ के दौरान जवान के शहीद होने की खबर कानपुर में परिजनों को मिलते ही कोहराम मच गया। फिलहाल घर पर रिश्तेदारों का तांता लग गया है और सभी दु:ख की इस घड़ी में परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घाटी के सबसे संवेदनशील कुपवाड़ा सेक्टर में आर्मी के बेस कैम्प पर गुरुवार को आतंकियों ने हमला बोल दिया। जवानों ने भी जवाबी कार्यवाही की। मुठभेड़ में कानपुर जनपद के चकेरी थाना क्षेत्र जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी में रहने वाले जवान आयुष यादव शहीद हो गए।
शहीद आयुष यादव अपने पीछे अपनी एक बहन एवं माता-पिता को छोड़ गए हैं। आयुष यादव के पिता अरुण कांत सिंह यादव चित्रकूट में सब इंस्पेक्टर की पोस्ट पर हैं व आयुष यादव की मांसरला यादव ग्रहणी है। पड़ोसियों ने बताया कि अभी कुछ माह पूर्व फरवरी में आयुष यादव की बहन रूपल का विवाह हुआ था, जिसमें शामिल होने के लिए आयुष भी आया था और लगभग 10 दिन तक रहा था।
पड़ोसियों ने बताया कि आयुष बहुत मिलनसार खुशमिजाज नौजवान था और जब भी छुट्टियों के घर आता था तो सभी के साथ घुल-मिलकर रहता था और अपने से छोटे-छोटे बच्चों को आर्मी में जाने के लिए प्रेरित करता था। आयुष के पिता अरुणकांत सिंह यादव को अपने बेटे पर बहुत नाज है।
उन्होंने बताया कि उनके परिवार में उनके बड़े भाई और छोटे भाई भी देश की सेवा करते रहे हैं और उन्हीं से प्रेरणा को लेकर आयुष आर्मी में गया था। जैसे ही इसकी जानकारी आसपास के अन्य लोगों में रिश्तेदारों को लगी तो शहीद के आवास पर रिश्तेदारों से लेकर स्थानीय आर्मी अफसर परिजनों से मिलने पहुंचे और उन्होंने दु:खी परिवार को सांत्वना दी।