Land for Job Scam : केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में आरोप पत्र दाखिल किया है। आरोप-पत्र में पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालूप्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और कंपनियों समेत कई अन्य लोगों के नाम आरोपी के तौर पर शामिल हैं। मामले की अगली सुनवाई 12 जुलाई को होगी।
1 जून को दिल्ली की एक अदालत ने नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में पूरक आरोप-पत्र दाखिल करने के लिए सीबीआई को अतिरिक्त समय दिया था। कोर्ट ने सीबीआई से साफतौर पर कहा था कि एजेंसी द्वारा मामले में देरी स्वीकार्य नहीं है।
नौकरी के बदले जमीन मामले में यह दूसरा आरोपपत्र है और इसमें 14 अन्य लोगों के भी नाम शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह मामले में पहला आरोपपत्र दाखिल होने के बाद सामने आए दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर दाखिल किया गया है।
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि 2004-2009 में संप्रग सरकार में लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहने के दौरान बिना किसी विज्ञापन या सार्वजनिक सूचना के नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन कर पसंदीदा लोगों को रेलवे में नियुक्त किया गया।
एजेंसी के मुताबिक, रेलवे में नौकरी के बदले में अभ्यर्थियों ने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों को बाजार भाव से काफी कम दरों पर जमीन बेची थी।
क्या है घोटाला : 2004 से 2009 तक लालू यादव रेल मंत्री रहे। आरोप है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए जमीन के बदले लोगों को नौकरी दी।
आरोप के मुताबिक लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए ही बिना विज्ञापन जारी किए रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी के लिए कई लोगों की भर्ती की थी। इस मामले में सीबीआई ने लालू यादव और उनके परिवार पर केस दर्ज किया है।
तेजस्वी को बर्खास्त करने की मांग : भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने नौकरी के बदले जमीन लेने संबंधी घोटाले से जुड़े मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की ओर से बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल होने के बाद उन्हें मंत्रिपरिषद से बर्खास्त किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार से समझौता करेंगे या भ्रष्टाचार के आरोपी को बर्खास्त करेंगे, देखना है।
राज्यसभा सदस्य एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री मोदी ने कहा कि जब लालू यादव पर मुख्यमंत्री रहते चारा घोटाला मामले में आरोपपत्र दाखिल हुआ था, तब नीतीश कुमार और जनता दल (यूनाइटेड) के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने लालू के इस्तीफे की मांग की थी।