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Weather Update: दिल्ली में भारी वर्षा, मध्यप्रदेश के कई जिलों में मूसलधार वर्षा से बाढ़, जानें देशभर का मौसम

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

नई दिल्ली , बुधवार, 30 जुलाई 2025 (09:06 IST)
Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार देशभर में भारी वर्षा (heavy rainfall) हो रही है तथा मानसून अति सक्रिय है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (capital Delhi) में मंगलवार को भारी बारिश के बाद कई इलाकों में व्यापक जलभराव के कारण यातायात बाधित हो गया जिससे यात्रियों को जलमग्न सड़कों और गलियों से होकर गुजरना पड़ा। दूसरी ओर मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के कई जिलों में भारी वर्षा से बाढ़ आ गई है। मध्यप्रदेश में भारी वर्षा से बेतवा, पार्वती और नर्मदा आदि नदियां उफान पर हैं। भारी बारिश के कारण पहलगाम (Pahalgam) और बालटाल (Baltal) दोनों मार्गों पर अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है। उधर उत्तरप्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) में गंगा और यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में पानी घुस गया है।ALSO READ: Delhi में भारी बारिश से यातायात व्यवस्था चरमरा गई, कई इलाकों में जलभराव
 
दिल्ली लगा लंबा जाम : दिल्ली शहर के विभिन्न हिस्सों से आई तस्वीरों में जाम लगे चौराहों पर वाहनों की लंबी कतारें दिखाई दे रही थीं। कई इलाकों में पानी घुटनों तक पहुंच गया था जिससे कार और दोपहिया वाहन आंशिक रूप से डूब गए। आईटीओ, महरौली-गुरुग्राम रोड, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, नेहरू प्लेस, कैलाश कॉलोनी रोड, धौला कुआं, नारायणा, पटेल नगर, विजय चौक, जंगपुरा, आरके पुरम्, लाजपत नगर, तालकटोरा रोड, आजाद मार्केट अंडरपास और जखीरा अंडरपास जैसे कई इलाकों में यातायात जाम रहा। इसके अलावा कनॉट प्लेस, सदर बाजार और चांदनी चौक सहित अन्य स्थानों पर जलभराव हुआ जिससे दुकानदारों पर असर पड़ा और व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित हुईं।
 
फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन ने बताया कि कुतुब रोड, तेलीवाड़ा, क्रॉकरी मार्केट, टोलियावाली गली, रुई मंडी, गांधी मार्केट और पान मंडी जैसे इलाकों में 3 से 4 फुट तक पानी जमा हो जाने से स्थिति गंभीर हो गई है जिससे पैदल निकले लोगों के लिए भी चलना मुश्किल हो गया है।
 
दिल्ली में जुलाई के औसत से अधिक बारिश हुई : नई दिल्ली से मिले समाचारों के अनुसार दिल्ली में जुलाई माह में हुई बारिश इस महीने की औसत वर्षा से अधिक है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। आईएमडी के अनुसार इस महीने अब तक राष्ट्रीय राजधानी में 220.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 209.7 मिमी से अधिक है। दिल्ली में 1 जून से अब तक 322.2 मिमी बारिश हुई है, जो औसत वर्षा 270.1 मिमी से ज़्यादा है। मानसून ने शहर में जून के अंत में दस्तक दी थी। मंगलवार सुबह 8.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे के बीच, शहर के सफदरजंग स्थित प्राथमिक मौसम केंद्र पर 68.1 मिमी बारिश दर्ज की गई।
 
मध्यप्रदेश में भारी वर्षा, बेतवा, पार्वती और नर्मदा नदी उफान पर : मध्यप्रदेश में भारी वर्षा का दौर जारी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। कई जिलों में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। आईएमडी ने राज्य के पश्चिमी जिलों में रेड अलर्ट के साथ 18 में बाढ़ की चेतावनी जारी की है। रायसेन, हरदा और नर्मदापुरम् में भारी वर्षा हुई है। मध्यप्रदेश में भारी वर्षा से बेतवा, पार्वती और नर्मदा आदि नदियां उफान पर हैं।ALSO READ: Heavy rain in Bhopal : भोपाल में भारी बारिश, स्कूल में छु‍ट्टी का ऐलान
 
आईएमडी ने मध्यप्रदेश के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आईएमडी के मुताबिक मध्यप्रदेश में मानसून का स्ट्रांग सिस्टम फिर सक्रिय हुआ है जिससे पश्चिमी मप्र में रेड अलर्ट और पूर्वी मध्यप्रदेश में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।' इसी वजह से अगले 48 घंटों में प्रदेश के 18 जिलों में भारी से भारी बारिश और अन्य जिलों में मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की है। मंगलवार को भोपाल समेत अन्य जिलों में दिनभर हुई बारिश की वजह से निचली बस्तियों में जलभराव की नौबत बन गई है जिसकी वजह से प्रशासन ने बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। साथ ही कई जिलों में बुधवार को स्कूलों की छुट्टी भी जिला प्रशासन ने घोषित कर दी है।
 
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आज इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट : मौसम विभाग ने बुधवार को प्रदेश के पश्चिमी जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। यहां 4.5 से 8 इंच तक बारिश होने की संभावना है। इनमें राजगढ़, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना और श्योपुर शामिल हैं। इसके साथ ही भोपाल, विदिशा, सीहोर, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, अशोकनगर, शिवपुरी, मुरैना, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, रीवा, सतना और जबलपुर समेत 36 जिलों में बारिश का दौर जारी रहेगा।ALSO READ: Weather Update: देशभर में वर्षा का दौर जारी, दिल्ली-NCR में तेज बारिश के आसार, जानें देशभर का मौसम
 
राजस्थान में इस सीजन में अब तक सामान्य से 85 प्रतिशत अधिक बारिश : जयपुर से मिले समाचारों के अनुसार राजस्थान में इस मानसून सीजन में अब तक सामान्य से लगभग 85 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अब तक राज्य के अधिकांश जिले 'असामान्य' या 'अधिक' वर्षा की श्रेणी में आ गए हैं। राज्य जल संसाधन विभाग के अनुसार राज्य में 1 जून से 29 जुलाई तक सामान्य औसत 202.51 मिलीमीटर बारिश होती है लेकिन इस बार 374.58 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है, जो तुलनात्मक रूप से 84.96 प्रतिशत अधिक है।
 
मानसून की अच्छी बारिश के कारण इस बार राज्य को 'असामान्य' वर्षा श्रेणी में रखा गया है। इस श्रेणी में सामान्य से 60 प्रतिशत या उससे अधिक बारिश होती है। राज्य के कुल 27 जिले इसी श्रेणी में आते हैं। इनमें अजमेर, अलवर, बालोतरा, बारां, ब्यावर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डीडवाना-कुचामन, गंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जालौर, झालावाड़, झुंझुनूं, जोधपुर, करौली, कोटा, नागौर, पाली, फलोदी, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर और टोंक शामिल हैं।
 
वहीं राज्य के 14 जिलों को 'अधिक' बारिश वाली श्रेणी में रखा गया है। इस श्रेणी में सामान्य से 20 से 59 प्रतिशत अधिक बारिश होती है। राज्य के इस श्रेणी वाले जिलों में बांसवाड़ा, बाड़मेर, भरतपुर, बीकानेर, चूरू, डीग, डूंगरपुर, जैसलमेर, खेरथल-तिजारा, कोटपूतली-बहरोड़, प्रतापगढ़, सलूंबर, सिरोही और उदयपुर है।
 
मध्यप्रदेश पर कम दबाव का क्षेत्र : कम दबाव का क्षेत्र इस समय उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर बना हुआ है और इससे संबंधित चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है। एक ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर अरब सागर से होते हुए दक्षिण-पूर्व उत्तरप्रदेश तक फैली हुई है, जो गुजरात और 3.1 किमी ऊंचाई पर स्थित कम दबाव क्षेत्र के चक्रवाती परिसंचरण को जोड़ती है।
 
मानसून ट्रफ समुद्र तल पर फिरोजपुर, अलवर, उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश में बने कम दबाव क्षेत्र के केंद्र, डाल्टनगंज, जमशेदपुर, दीघा होते हुए दक्षिण-पूर्व दिशा में उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण बांग्लादेश पर बना हुआ है, जो समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर तक ऊंचाई तक फैला है।ALSO READ: हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर, 471 सड़कें अवरुद्ध, एक माह में 72 की मौत, 22 बार बादल फटे
 
पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में हुई मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटे के दौरान बिहार के कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा दर्ज की गई। बिहार, गंगा पश्चिम बंगाल, उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश, पूर्वी उत्तरप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और गुजरात व मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई।
 
पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, तेलंगाना, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, गुजरात क्षेत्र, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप और पश्चिमी हिमालय में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। सौराष्ट्र और कच्छ, तमिलनाडु, रायलसीमा, आंध्रप्रदेश और लद्दाख में हल्की बारिश हुई।
 
आज बुधवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज बुधवार, 30 जुलाई को पूर्वी राजस्थान और इससे सटे पश्चिम मध्यप्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा की संभावना है। दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ 1-2 स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
 
पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, तेलंगाना, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, गुजरात क्षेत्र, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप और पश्चिमी हिमालय में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। सौराष्ट्र और कच्छ, तमिलनाडु, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और लद्दाख में हल्की वर्षा हो सकती है।(Photo courtesy: IMD)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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