Weather Update: उत्तर भारत में फिर बारिश और बर्फबारी की संभावना, राजधानी दिल्ली में तापमान गिरा

वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की दस्तक होगी

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 7 मार्च 2024 (08:39 IST)
Weather Update: मौसम (Weather) नित नए रंग दिखा रहा है। ठंड जाते-जाते और गर्मी के आते-आते फिर ठंड का पलटवार हो रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार 10 मार्च की रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) दस्तक देने वाला है, इसके कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में 10 से 12 मार्च के बीच बारिश और बर्फबारी (rain and snowfall) होगी।

ALSO READ: Weather Update: बद्रीनाथ में 6 फीट बर्फ जमी, IMD ने जताई आंधी-तूफान और बर्फबारी की आशंका
 
उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश : उत्तर भारत के कई राज्यों में इस समय बारिश हो रही है। हालांकि अब एक बार फिर से धूप निकलने लगी है, लेकिन आने वाले दिनों में उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में एक बार फिर मौसम बदलने वाला है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में 7 मार्च को बारिश व बर्फबारी होने वाली है। इसके अलावा ओडिशा में 7 से 9 मार्च, सब हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 7 से 8 मार्च को हल्की बारिश होगी। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश में अगले 5 दिनों तक बारिश होने वाली है।
 
राजधानी दिल्ली में तापमान गिरा : राजधानी दिल्ली के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और यह गिरकर 9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। मौसम विभाग के मुताबिक मार्च के पहले सप्ताह में 3 दिन से न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट रिकॉर्ड की जा रही है। यहां आमतौर पर बादल छाए रहेंगे।

ALSO READ: Weather Update : इंदौर में 21 साल बाद कोल्ड डे, कई राज्यों में बारिश-बर्फबारी का अलर्ट
 
देश के अन्य भागों की स्थिति : अंडमान निकोबार दीप समूह में भी मौसम बदल सकता है। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में ओले गिरने की भी चेतावनी जारी की गई है। मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ सहित केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा और महाराष्ट्र में भी मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymet weather) के अनुसार आज गुरुवार, 7 मार्च को पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी और 8 मार्च को एक या दो जगहों पर बारिश और बर्फबारी संभव है। अरुणाचल प्रदेश में हल्की बारिश और बर्फबारी संभव है। उत्तरी ओडिशा और दक्षिणी केरल में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। उत्तर-पश्चिम और मध्यभारत में दिन और रात का तापमान अगले 24 से 48 घंटों तक सामान्य से नीचे रहेगा और उसके बाद बढ़ना शुरू हो सकता है।

ALSO READ: Weather Update: पहाड़ों पर बर्फबारी से मैदानी भागों में बढ़ी ठिठुरन, IMD का कहीं बारिश तो कहीं आंधी-तूफान का अलर्ट
 
पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय हवाओं में एक गर्त के रूप में बना हुआ है जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है और लगभग 60 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में है। एक चक्रवाती परिसंचरण पंजाब के ऊपर है और समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किलोमीटर ऊपर के क्षेत्र से जुड़ रहा है।
 
दक्षिणी छत्तीसगढ़ और आंतरिक ओडिशा पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र : दक्षिणी छत्तीसगढ़ के निचले स्तर पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र आंतरिक ओडिशा पर है। एक ट्रफ रेखा दक्षिणी तमिलनाडु से उत्तरी आंतरिक कर्नाटक तक निचले स्तर पर दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है।(Photo Courtesy: IMD)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की कोशिश, CM योगी ने उपद्रवियों को दी चेतावनी

समुद्र में आग का गोला बना जहाज, 300 से ज्यादा यात्री थे सवार, रोंगटे खड़े कर देगा VIDEO

महंगा पड़ा कोल्डप्ले कॉन्सर्ट में HR मैनेजर को गले लगाना, एस्ट्रोनॉमर के CEO का इस्तीफा

संसद के मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, बिहार में SIR पर विपक्ष ने उठाए सवाल

24 कंपनियों ने जुटाए 45,000 करोड़, IPO बाजार के लिए कैसे रहे 2025 के पहले 6 माह?

सभी देखें

नवीनतम

New Income Tax Bill : क्‍या TDS रिफंड दावों और ट्रस्ट के Taxation में होगा बदलाव, संसदीय समिति ने दिया यह सुझाव

Sawan 2025 : 75 कैन में 75 लीटर गंगाजल, अनोखे शिवभक्त की अनोखी कांवड़ यात्रा क्यों चर्चाओं में, PM मोदी से क्या कनेक्शन

Meta और Google को ED ने भेजा समन, नहीं पेश हुए अधिकारी, जानिए क्‍या है मामला

FBI ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को किया गिरफ्तार? वीडियो में मुस्कुराए डोनाल्ड ट्रंप, पढ़िए क्या है पूरा मामला

ED कर रहा है सारी हदें पार, वकीलों को तलब करने पर सुप्रीम कोर्ट ने एजेंसी को लगाई फटकार, कहा- बननी चाहिए गाइडलाइन

अगला लेख