नई दिल्ली। बार काउन्सिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने अल्टीमेटम दिया है कि 2 नवम्बर को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में वकील और पुलिस के बीच हुई झड़प दोषी पुलिस अधिकारियों को 10 दिनों के भीतर
गिरफ्तार नहीं किया गया है, इस मुद्दे को अखिल भारतीय स्तर पर ले जाया जाएगा।
बार काउन्सिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष का कहना है कि तीस हजारी अदालत में वकीलों के प्रति पुलिस की ‘बर्बरता’ के बाद हालात ज्यादा खराब हो गए।
इसी बीच उच्चतम न्यायालय ने पुलिस और वकीलों के बीच हुई झड़प के संदर्भ में कहा कि दोनों ही ओर से समस्या थी और दिल्ली की एक अदालत में पिछले सप्ताह हुए टकराव के विरोध में वकीलों की हड़ताल ऐसी घटनाओं से निबटने का हल नहीं है। शीर्ष अदालत ने कहा कि इसके लिए दूसरे कानूनी उपाय भी उपलब्ध हैं।
शीर्ष अदालत वकीलों की हड़ताल की आलोचना कर रही थी क्योंकि इससे उच्च न्यायालयों और निचली अदालतों में न्यायिक कार्य प्रभावित हो रहा है। पीठ का कहना था कि वकीलों द्वारा काम से अनुपस्थित रहने की तापमान 45 डिग्री हो जाने जैसी अनेक वजह होती है।
उल्लेखनीय है कि 2 नवम्बर को तीस हजारी अदालत परिसर में पिछले सप्ताह ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी और वकील के बीच पार्किंग को लेकर हुआ विवाद दोनों पक्षों के बीच झड़प में बदल गया, जिसमे 20 सुरक्षाकर्मी और अनेक वकील जख्मी हो गए। इस घटना के बाद से दिल्ली की सभी छह जिला अदालतों में वकील काम का बहिष्कार कर रहे हैं।