नई दिल्ली/भोपाल। पश्चिम बंगाल के पर्वतीय क्षेत्र और सिक्किम के कुछ स्थानों पर अगले 24 घंटे के दौरान मूसलाधार बारिश होने का अनुमान है। पश्चिमी राजस्थान में दिन का तापमान सामान्य से ऊपर रहा। पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर में सबसे अधिक तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, यानम, केरल, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी और कराइकल में गुरुवार सुबह 8.30 से शुक्रवार सुबह 8.30 बजे तक बारिश हुई।
दक्षिण-पश्चिम मानसून बिहार में अतिसक्रिय रहा जबकि अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वी उत्तर प्रदेश, कोंकण, गोवा और मराठवाड़ा में मानसून सक्रिय रहा। ओडिशा, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, पूर्वी राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और विदर्भ में मानसून कमजोर रहा।
अगले 24 घंटे के दौरान बिहार में कहीं-कहीं बहुत तेज तो कहीं-कहीं मूसलाधार बारिश होने अनुमान है। अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कहीं कहीं तेज से बहुत तेज तथा नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाके, झारखंड, उत्तराखंड, उत्तर हरियाणा, चंडीगढ़, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, कराईकल और तटीय कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने के आसार हैं।
इस दौरान झारखंड में अलग-अलग स्थानों पर बिजली के साथ बारिश हो सकती है। दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-पूर्व अरब सागर मे 40-50 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चलने का अनुमान है। मछुआरों को इन क्षेत्रों में उद्यम नहीं करने की सलाह दी गई है।
पिछले 24 घंटे के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल के पर्वतीय इलाके, सिक्किम, बिहार, कोंकण, गोवा, तटीय कर्नाटक, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाके, पूर्व उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मराठवाड़ा, तेलंगाना, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप के अधिकतर हिस्सों में बारिश हुई।
इसके साथ ही झारखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र और केरल के कुछ हिस्सों में तथा ओडिशा, हरियाणा, पूर्व मध्य प्रदेश, विदर्भ, गुजरात, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या फिर गरज के साथ छींटे पड़े। राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में मौसम शुष्क रहा।
मध्यप्रदेश में 3-4 दिन में बारिश : मध्यप्रदेश में अगले 3-4 दिन बाद बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। मौसम विज्ञान भोपाल केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि फिलहाल प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो रही है।
आज भी पूर्वी मध्यप्रदेश में कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हुई है। पिछले 24 घंटों के दौरान रीवा एवं बालाघाट जिले में कहीं-कहीं वर्षा हुई है। हनुमना में 30 मिमी वर्षा दर्ज हुई है। यह वर्षा प्रदेश में व्याप्त नमी की वजह से हो रही है।
साहा के अनुसार अरब सागर अथवा बंगाल की खाड़ी में अभी कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है, इसलिए झमाझम बारिश नहीं हो रही है, लेकिन अगले तीन-चार दिन में नमी में इजाफा होने से वर्षा की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। हालांकि भारी बारिश का अगला दौर तभी संभव होगा जब कोई सिस्टम सक्रिय हो जाएगा।
अगले चौबीस घंटों के दौरान पूर्वी मध्यप्रदेश के जिलों में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान है। राजधानी भोपाल में भी कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा का अनुमान है। दूसरी ओर वर्षा का दौर धीमा पड़ने से तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है।
भोपाल में कल की तुतना में तापमान में कुछ वृद्धि हुई है और अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। जो सामान्य से 1.8 डिग्री ज्यादा है। इसी प्रकार रात्रि का तापमान भी सामान्य से एक डिग्री अधिक 25 डिग्री अंकित हुआ है।