मोदी के खिलाफ जंतर-मंतर पर 'महाधरना'

Webdunia
सोमवार, 22 दिसंबर 2014 (15:40 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली में कड़ाके की सर्दी के बावजूद जंतर-मंतर पर केंद्र सरकार के खिलाफ राजद, सपा और जेडीयू समेत 6 दलों का महाधरना शुरू हो चुका है। बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ताओं ने जंतर-मंतर पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। इस महाविलय और महाधरना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश और बिहार में मोदी की लहर से निपटना माना जा रहा है।
हालांकि यह एकजुटता और धरना प्रदर्शन कथित रूप से मोदी सरकार के विभिन्न मोर्चों पर असफल रहने और चुनावी वायदों को पूरा नहीं करने के खिलाफ किया जा रहा है। धरने पर पहले नीतीश कुमार ने मोदी सरकार पर हमला बोला और फिर लालू प्रसाद यादव और मुलायम सिंह यादव ने संबोधन किया।
 
महाधरना को संबोधित करते हुए जेडीयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। नीतीश ने वहां मौजूद लोगों को पीएम मोदी की ऑडियो सुनाकर कहा कि आप इस आवाज को पहचान रहे हैं न, इसके बाद नीतीश ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने जो कालाधन वापस लाने का वायदा किया था उसको निभाने में उनकी सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है।
 
महाराष्ट्र में किसानों द्वारा की गई खुदकुशी का मामला उठाते हुए उन्होंने कहा कि अब तो केंद्र के साथ राज्य में भी भाजपा की सरकार है फिर भी किसान आत्महत्या क्यों कर रहे हैं? मोदी की महत्वाकांक्षी जनधन योजना का जिक्र करते हुए नीतीश ने कहा कि हमें जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक करीब जिन आठ करोड़ लोगों का खाता इस योजना के अंतर्गत खुला है उनके खाते में किसी तरह का कोई लेन-देन ही नहीं हुआ है।
 
नीतीश के बाद लालू यादव मंच पर आए। उन्होंने कहा, 'हम सभी एक हो गए हैं, लोग पुराने दिनों को भूल जाएं। मोदी मीडिया के माध्यम से प्रचार कर रहे हैं, लेकिन वह जानते नहीं हैं कि हम लोग कौन हैं। ज्यादा दिन तक हम लोगों का चुप रहना ठीक नहीं है।' लालू ने कहा, 'रामदेव कहां है, उनसे कहो, नरेंद्र मोदी का हिसाब गड़बड़ा रहा है। आकर उनका हिसाब-किताब ठीक कराओ। एक महीना हुआ, दो महीना हुआ, छह महीना हो गया है, पैसा कहां है, पैसा लाओ।'
 
लालू ने कहा, 'नरेंद्र मोदी ने 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, उसका क्या हुआ। अच्छे दिन, अच्छे दिन, कहां गया पैसा, लोगों के अकाउंट में पैसा जमा कराओ।'
 
लालू के बाद मुलायम सिंह यादव ने भी मंच से जनता को संबोधित करते हुए मोदी सरकार को खूब कोसा। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की अगुआई में एकजुट हुए जनता परिवार के इस प्रदर्शन में शरद यादव, नीतीश कुमार (जदयू), लालू यादव (राजद), एचडी देवेगौड़ा (जदएस), दुष्यंत चौटाला (इनेलो) और कमल मोरारका (सजपा) मौजूद हैं।
सूत्रों ने बताया कि महाधरने के मौके पर राजद और जदयू के विलय की प्रक्रिया भी शुरू होने की संभावना है। हालांकि, अन्य चार दलों के इसमें शामिल होने में फिलहाल थोड़ा वक्त लगेगा। जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया, बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में भाजपा के प्रभाव को चुनौती देने के लिए त्वरित संगठित प्रयास की यहां सबसे ज्यादा जरूरत है। उत्तर प्रदेश (जहां सपा सत्ता में है) और कर्नाटक (देवेगौड़ा की पार्टी जदएस का प्रभाव वाला राज्य) में ऐसे हालात नहीं हैं।
 
इस नेता ने बताया कि विलय की पक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए सभी छह दलों के बीच विलय पर गंभीर चर्चा की जाएगी। शरद यादव शनिवार को ही कह चुके हैं कि 22 दिसंबर को आयोजित होने वाला महाधरना विलय की दिशा में पहला ठोस कदम होगा।
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