Maharashtra Politics : महाराष्ट्र की सियासत में रविवार को उस समय हड़कंप मच गया जब NCP नेता अजित पवार अचानक राज्यपाल से मिलने पहुंच गए। कुछ ही देर में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस में राजभवन पहुंचे। बताया जा रहा है कि अजित पवार कुछ ही देर में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे।
मीडिया खबरों के अनुसार, धनंजय मुंडे, छगन भुजबल, अनिल पाटिल, दिलीप पाटिल भी शिंदे मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। अजित पवार के साथ ही पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल भी मौजूद हैं।
उल्लेखनीय है कि अजित पवार ने आज समर्थक विधायकों के साथ अपने आवास पर बैठक की और फिर 17 विधायकों के साथ राजभवन की ओर रवाना हो गए।
अजित पवार क्यों है महाराष्ट्र की राजनीति में खास : राकांपा नेता अजित पवार ने 5वीं बार महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। समर्थकों में दादा के नाम से लोकप्रिय अजित, शरद पवार की छत्रछाया में 80 के दशक में ही राजनीति का गुर सीखने लगे। इसके बाद 1991 में बारामती विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीत के साथ वह चुनावी राजनीति में आ गए और उसके बाद लगातार सात बार जीत के साथ इस सीट को विपक्ष के लिए दुर्जेय किला बना दिया।
अजित पवार पहली बार जून 1991 में मंत्री बनाए गए, जब सुधाकरराव नाइक मुख्यमंत्री थे। तीन दशक के अपने राजनीतिक सफर के दौरान उन्होंने कृषि, जल संसाधन, सिंचाई और बिजली और योजना जैसे महकमे की जिम्मेदारी संभाली।
पहली बार वह नवंबर 2010 में राज्य के उपमुख्यमंत्री बने। उन्हें कथित सिंचाई घोटाला मामले में आरोपों का भी सामना करना पड़ा और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज धनशोधन के मामले में भी उनका नाम आया।
अहमदनगर जिले में 22 जुलाई 1959 को किसान परिवार में जन्मे अजित ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री प्रद्मसिंह पाटिल की बहन सुनेत्रा से शादी की। दंपति को दो बेटे- पार्थ और जय हैं। पार्थ इस साल पुणे जिले में मावल सीट से चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली।
अजित पवार की चचेरी बहन सुप्रिया सुले लोकसभा में बारामती से सांसद हैं और भतीजे रोहित अहमदनगर में करजात-जामखेड़ से विधायक हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta