महुआ के निष्कासन पर भड़कीं ममता, कहा- लोकतंत्र के साथ विश्वासघात

Webdunia
शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023 (19:23 IST)
Mamata Banerjee on Mahua Moitra expulsion: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को ‘धन लेकर सवाल पूछने’ के मामले में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित करने के फैसले की निंदा की और इस कदम को देश के संसदीय लोकतंत्र के साथ ‘विश्वासघात’ करार दिया।
 
मोइत्रा को ‘धन लेकर सवाल पूछने’ के मामले में शुक्रवार को सदन की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मोइत्रा के निष्कासन का प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। इससे पहले सदन में लोकसभा की आचार समिति की रिपोर्ट पर चर्चा के बाद उसे मंजूरी दी गई, जिसमें मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश की गई थी।
 
लोकतंत्र के लिए शर्म की बात : बनर्जी ने कहा कि यह संसदीय लोकतंत्र के लिए शर्म की बात है। जिस तरह से महुआ मोइत्रा को निष्कासित किया गया, उसकी हम निंदा करते हैं, पार्टी उनके साथ खड़ी है। वे (भाजपा) हमें चुनाव में नहीं हरा सकते, इसलिए उन्होंने बदले की राजनीति का सहारा लिया है। यह दुखद दिन है और भारतीय संसदीय लोकतंत्र के साथ विश्वासघात है।
 
टीएमसी प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा ने मोइत्रा को अपना पक्ष रखने की भी अनुमति नहीं दी। बनर्जी ने कहा कि लेकिन, वह (मोइत्रा) बड़े जनादेश के साथ संसद में लौटेंगी। भाजपा सोचती है कि पार्टी जो चाहे कर सकती है, क्योंकि उनके पास प्रचंड बहुमत है। उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि एक दिन ऐसा भी आ सकता है, जब वे सत्ता में नहीं रहेंगे। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

हाथरस हादसे पर घिरे 'साकार हरि' की पूरी कहानी, क्या कहती हैं पैतृक गांव की महिलाएं

NEET मुद्दे पर शिक्षा मंत्री ने विपक्ष पर साधा निशाना, बोले- झूठ फैला रहे कांग्रेस और INDIA गठबंधन

Share Market दुरुपयोग पर लगेगी लगाम, SEBI ने शेयर ब्रोकरों को दिए ये निर्देश

CMF Phone 1 क्यों हो रहा है वायरल, क्या सबसे अलग होगा स्मार्टफोन का डिजाइन

प्रवचनकारों, कथावाचकों और बाबाओं पर क्या कहते हैं हिंदू शास्त्र?

सभी देखें

नवीनतम

kargil war: तोलोलिंग व टाइगर हिल की लड़ाई निर्णायक साबित हुई, कारगिल नायकों ने युद्ध की वर्षगांठ पर कहा

पीएम 2.5 वायु प्रदूषण से सबसे ज्यादा मौत दिल्ली में, क्या है 10 बड़े शहरों का हाल?

हाथरस के गुनहगार भोले बाबा को क्या बचा रही सियासत?, धीरेंद्र शास्त्री और प्रदीप मिश्रा के दरबार की तरह सियासी दिग्गज लगाते थे हाजिरी

British elections: पीएम ऋषि सुनक का भविष्य दांव पर, 40 हजार मतदान केंद्रों पर होगी वोटिंग

भजनलाल सरकार में मंत्री किरोड़ीलाल मीणा का इस्तीफा, क्या है इसका लोकसभा चुनाव से कनेक्शन?

अगला लेख
More