Manipur Violence : मणिपुर में बीरेन सिंह सरकार को बड़ा झटका, NPP ने वापस लिया समर्थन

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
रविवार, 17 नवंबर 2024 (21:25 IST)
Manipur NPP Withdraws Support from Biren Singh government :  नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने रविवार को यह दावा करते हुए हिंसा प्रभावित मणिपुर की भाजपा नीत सरकार से समर्थन वापस ले लिया कि एन बीरेन सिंह शासन इस पूर्वोत्तर राज्य में ‘संकट का समाधान करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह से नाकाम’ रहा है। मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा में एनपीपी के 7 विधायक हैं।
ALSO READ: मणिपुर में बड़े एक्शन की तैयारी में केंद्र सरकार, गृहमंत्री शाह ने रैलियां रद्द कर बुलाई बैठक
एनपीपी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजे पत्र में दावा किया कि पिछले कुछ दिनों में मणिपुर में स्थिति और बिगड़ गई है, कई निर्दोष लोगों की जान गई है तथा राज्य के लोग ‘भारी पीड़ा से गुजर’ रहे हैं।
ALSO READ: मणिपुर में स्थिति तनावपूर्ण, कर्फ्यू जारी, इंटरनेट बंद
एनपीपी ने पत्र में कहा कि हम दृढ़ता से महसूस करते हैं कि बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार संकट का समाधान करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह से विफल रही है।
ALSO READ: मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, मंत्रियों-विधायकों के घरों पर हमला, इंटरनेट बंद, कर्फ्यू
पार्टी ने कहा कि वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए नेशनल पीपुल्स पार्टी ने मणिपुर में बीरेन सिंह सरकार से अपना समर्थन तत्काल प्रभाव से वापस लेने का निर्णय लिया है। भाषा

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

कर्नाटक में 18 भाजपा विधायकों का निलंबन हुआ रद्द, विधानसभा अध्यक्ष खादर ने दी यह नसीहत

हिंदू मजबूत होंगे तभी दुनिया में... RSS प्रमुख मोहन भागवत ने क्यों कहा ऐसा

भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, जापान को पछाड़ा, प्रति व्यक्ति आय में हुई बढ़ोतरी

पहलगाम हमले पर भाजपा सांसद जांगड़ा के बयान पर बवाल, क्या है कांग्रेस की मोदी से मांग

सभी देखें

नवीनतम

नीति आयोग की बैठक में नहीं शामिल हुए CM नीतीश, तेजस्वी यादव ने किया ऐसा कटाक्ष

इसराइल ने गाजा पर फिर किए हमले, बच्चों समेत 38 लोगों की मौत

UP : कंटेनर से टकराई बेकाबू कार, 4 लोगों की मौत

अमृतसर में अकाली दल के पार्षद की गोली मारकर हत्या, मिल रहे थे धमकीभरे कॉल, 3 हमलावर पहचाने गए

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

अगला लेख