नई दिल्ली। टू जी घोटाला और कोयला ब्लॉक आवंटन मुद्दे पर पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) विनोद राय की आलोचना का सामना कर रहे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को कहा कि उन्होंने अपने कर्तव्य का पालन किया है। उन्होंने अपने खिलाफ लगे आरोपों का जवाब देने से इंकार कर दिया।
सिंह ने यहां एक पुस्तक के प्रकाशन समारोह के लिए आयोजित कार्यक्रम से इतर कहा कि मैंने अपने कर्तव्य का पालन किया। अन्य लोगों ने जो कुछ लिखा है उसे लेकर मैं उन पर टिप्पणी नहीं करना चाहता।
‘स्ट्रीक्टली पर्सनल : मनमोहन एंड गुरशरण’ पुस्तक सिंह की बेटी दमन सिंह ने लिखी है। दरअसल, राय द्वारा की गई आलोचना के बारे में सिंह से पूछा गया था। राय ने ‘पहले आओ, पहले पाओ’ आधार पर 2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन और कोयला ब्लॉकों का बगैर नीलामी के आवंटन किए जाने के विवादास्पद फैसलों को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराया है।
वहीं दमन पूर्व कैग की टिप्पणियों के बारे में सवाल टाल गईं।
उन्होंने कहा कि दरअसल मैं उस बारे में कुछ नहीं जानती इसलिए मैं टिप्पणी नहीं कर सकती। उस बारे में मुझे कुछ पता नहीं है। मैं कुछ नहीं कह सकती। मैं सचमुच में नहीं जानती और मैंने यह नहीं सुना है कि उन्होंने क्या कहा है इसलिए कुछ कहने का कोई मतलब नहीं है।
दमन ने अपनी पुस्तक में अपने माता-पिता के जीवन के सफर को चित्रित किया है लेकिन पिछले 10 साल को इसमें शामिल नहीं किया है, जब सिंह संप्रग सरकार का नेतृत्व कर रहे थे।
कार्यक्रम में शरीक होने वालों में योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष मोंटेकसिंह आहलूवालिया और पूर्व मंत्री शशि थरूर भी शामिल थे। (भाषा)