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छांगुर की लाल डायरी से उजागर होंगे कई रहस्‍य, नसरीन के कमरे से होंगे खुलासे, यूपी में आएगा नेताओं के नाम का सैलाब

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शुक्रवार, 18 जुलाई 2025 (16:00 IST)
जलालुद्दीन उर्फ छांगुर की भरोसेमंद नीतू उर्फ नसरीन के कमरे से एक लाल डायरी बरामद हुई है। यह लाल डायरी अपने भीतर कई राज छुपाए हुए हैं। यह डायरी अब कई ऐसे नामों को उजागर कर सकती है, जिससे यूपी की सियासत में भूचाल आ सकता है।

दरअसल, इस डायरे के जब्‍त होने के बाद कई सनसनीखेज राज उजागर हो सकते हैं। लाल डायरी में ऐसे कई राजनेताओं के नाम मिले हैं, जिन्हें छांगुर ने विधानसभा चुनाव के दौरान लिए मोटी रकम दी थी। छांगुर ऐसे नेताओं के समर्थन के लिए समय-समय पर लखनऊ भी जाता रहता है। छांगुर की अतीक अहमद के साथ तस्वीरें भी पहले ही वायरल हैं। माना जा रहा है कि कई नेता और अफसर इस लाल डायरी से बेनकाब हो सकते हैं।

पानी की तरह बहाया नेताओं पर पैसा : बता दें कि छांगुर प्रचार के लिए ऐसे नेताओं पर पानी की तरह पैसे बहाता था, ताकि उसका राजनीतिक और प्रशासनिक संरक्षण बना रहे। नेताओं के कार्यक्रम और उसमें लगने वाला पूरा पैसा छांगुर ही खर्च करता था। गिरफ्तारी से पहले भी जगह-जगह जलसों में वह पुलिस अधिकारियों को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलवाता था।

आईपीएस से करीबी रिश्‍ते : जांच में यह भी सामने आया कि एक पूर्व आईपीएस अधिकारी से छांगुर के करीबी रिश्ते रहे हैं। जांच में पता चला है की अवैध धर्मांतरण के खेल में उसे पुलिस अफसरों और प्रशासन से भी पूरा संरक्षण मिलता था। छांगुर को लगता था कि उसका कोई बाल बांका नहीं कर सकता है।

कैसे बनाया छांगुर ने अपना नेटवर्क : नेपाल से सटे संवेदनशील बलरामपुर जिले की राजनीति को देखें तो बीते 10 वर्षों से सभी विधानसभा क्षेत्रों में छांगुर की पैठ बढ़ी थी। बात चाहे लोकसभा चुनाव की हो या फिर विधानसभा की, छांगुर सभी चुनाव में पूरी तरह से सक्रिय रहता था। प्रत्याशियों को फंडिंग करता था। अपने अनुयायियों से उनके पक्ष में मतदान की अपील भी करता था। तहसील क्षेत्र में तो त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को सीधे प्रभावित कर रहा था। छांगुर खुद भी ग्राम प्रधान रह चुका था तो उसे इस चुनाव की अहमियत पता थी।

लाल डायरी के रहस्‍य : एटीएस की जांच में नीतू उर्फ नसरीन के कमरे से बरामद लाल डायरी में ऐसे राजनेताओं के भी नाम मिले हैं, जिन्हें 2022 के विधानसभा चुनाव में छांगुर ने मोटी रकम दी थी, चर्चा है कि उतरौला से एक पूर्व प्रत्याशी को छांगुर ने 90 लाख रुपए दिए थे, लेकिन वो चुनाव नहीं जीत सके। इस बार वो एक पूर्व आईपीएस अधिकारी को 2027 के विधानसभा चुनाव में उतरौला से चुनाव मैदान में उतारने के लिए जमीन तैयार कर रहा था।
Edited By: Navin Rangiyal

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