वक्फ पर राहुल गांधी की चुप्पी से मायावती हैरान, खामोशी पर उठाए सवाल

मायावती का सवाल, वक्फ संशोधन विधेयक पर लोकसभा में हुई लंबी चर्चा में नेता प्रतिपक्ष द्वारा कुछ नहीं बोलना क्या उचित है?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 12 अप्रैल 2025 (12:30 IST)
Mayawati news in hindi : बसपा प्रमुख मायावती वक्फ संशोधन विधेयक पर लोकसभा में हुई चर्चा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की खामोशी से हैंरान है। उन्होंने कांग्रेस नेता की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसे लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश व विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में बेचैनी स्वाभाविक है। ALSO READ: वक्फ पर बवाल के बाद आज क्या है मुर्शिदाबाद का हाल?
 
उन्होंने शनिवार को 'एक्स' पर सिलसिलेवार पोस्ट करते हुए कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक पर लोकसभा में हुई लंबी चर्चा में नेता प्रतिपक्ष द्वारा कुछ नहीं बोलना क्या उचित है जबकि विपक्ष सीएए की तरह इसे संविधान के उल्लंघन का मामला बता रहा है। इसे लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश व इनके इंडिया गठबंधन में बेचैनी स्वाभाविक है।
<

1. वक्फ संशोधन बिल पर लोकसभा में हुई लम्बी चर्चा में नेता प्रतिपक्ष द्वारा कुछ नहीं बोलना अर्थात सीएए की तरह संविधान उल्लंघन का मामला होने के विपक्ष के आरोप के बावजूद इनका चुप्पी साधे रहना क्या उचित? इसे लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश व इनके इण्डिया गठबंधन में भी बेचैनी स्वाभाविक।

— Mayawati (@Mayawati) April 12, 2025 >
उन्होंने कहा कि वैसे भी देश में बहुजनों के हित, कल्याण एवं सरकारी नौकरी व शिक्षा आदि में इन वर्गों के आरक्षण के अधिकार को निष्प्रभावी व निष्क्रिय बनाकर इन्हें वंचित बनाए रखने के मामले में कांग्रेस, भाजपा आदि ये पार्टियां बराबर की दोषी हैं। धार्मिक अल्पसंख्यकों को भी इनके छलावा से बचने की जरूरत है।
 
मायावती ने लिखा, 'इनके ऐसे रवैयों के कारण उत्तर प्रदेश में भी बहुजनों की स्थिति हर मामले में काफी बदहाल व त्रस्त है जबकि भाजपाइयों को कानून हाथ में लेने की छूट है। साथ ही, बिजली व अन्य सरकारी विभागों में बढ़ते हुए निजीकरण से हालात चिंताजनक हैं। सरकार जनकल्याण का संवैधानिक दायित्व सही तरह से निभाए।'
<

2. वैसे भी देश में बहुजनों के हित, कल्याण एवं सरकारी नौकरी व शिक्षा आदि में इन वर्गों के आरक्षण के अधिकार को निष्प्रभावी व निष्क्रिय बनाकर इन्हें वंचित बनाए रखने के मामले में कांग्रेस, भाजपा आदि ये पार्टियाँ बराबर की दोषी। धार्मिक अल्पसंख्यकों को भी इनके छलावा से बचना जरूरी।

— Mayawati (@Mayawati) April 12, 2025 >
मायावती ने कहा कि हाल ही में पारित अधिनियम में वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिमों को शामिल करने का प्रावधान प्रथम दृष्टया अच्छा नहीं है। केंद्र ने मंगलवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 को अधिसूचित किया, जिसे दोनों सदनों में लंबी चर्चा के बाद संसद से पारित होने के बाद 5 अप्रैल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी मिली थी।
Edited by : Nrapendra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Maharashtra : साइकल चालक की दुर्घटना में मौत, बीमा कंपनी ने परिजन से मांगा ड्राइविंग लाइसेंस, उपभोक्ता आयोग ने सुनाया यह फैसला

कौन हैं AIADMK के पलानीस्वामी, जिन पर भाजपा ने भरोसा दिखाया?

पराली ने घोला इंदौर की हवा में जहर, घरों तक आया काला कचरा, IIT Indore ने किया था अलर्ट, क्‍यों नहीं हो रही कार्रवाई?

पिछड़ी जातियों को लेकर आंध्र के CM चंद्रबाबू नायडू ने किया यह वादा

ट्रंप टैरिफ पर भारत को बड़ी राहत, 9 जुलाई तक नहीं लगेगा अतिरिक्त शुल्क

सभी देखें

नवीनतम

वक्फ पर राहुल गांधी की चुप्पी से मायावती हैरान, खामोशी पर उठाए सवाल

वक्फ पर बवाल के बाद आज क्या है मुर्शिदाबाद का हाल?

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में मुठभेड़ में 2 नक्सली ढेर, खोजी अभियान जारी

तीन दिवसीय भारतीय पत्रकारिता महोत्सव का आयोजन आज से

LIVE: हनुमान जयंती पर मंदिरों पर उमड़ी भीड़, पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

अगला लेख