तनाव मुक्ति के लिए आर्ट ऑफ लिविंग का 'मेडिटेशन चैलेंज'

Webdunia
सोमवार, 31 अगस्त 2020 (15:17 IST)
महामारी काल में ध्यान सीखना चाहते हैं तो 21 दिन का ध्यान चुनौती कार्यक्रम (मेडिटेशन चैलेंज) शांति पाने में आपकी सहायता कर सकता है। इसका आयोजन 1 सितंबर से रोज शाम 7.30 बजे किया जाएगा। 
 
इस अनिश्चित और तनावपूर्ण समय में लोग पराजित कर देने वाली भावनाओं, चिंता और भय से निपटने के लिए साधनों की तलाश कर रहे हैं। लोगों को इस समय पर टिकने में तथा समाधान खोजने में सहायता करने के लिए ‘आर्ट ऑफ़ लिविंग’ एक नि:शुल्क 21 दिवसीय ऑनलाइन मेडिटेशन चैलेंज का आयोजन कर रहा है, जहां प्रतिभागियों को वैश्विक आध्यात्मिक गुरु, गुरुदेव श्री श्री रविशंकर द्वारा प्रतिदिन संध्याकाल में 7.30 बजे एक अद्वितीय निर्देशित ध्यान से परिचित कराया जाएगा। ध्यान सत्र छोटे, उत्कृष्ट व शक्तिशाली होंगे और तनाव से तुरंत राहत दिलाएंगे, जिससे अधिक शांति और स्थिरता का अनुभव किया जा सकेगा।
 
महामारी ने सभी जाति, लिंग, वित्तीय स्थिति वाले लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित किया है। हाल के एक सर्वेक्षण से पता चला है कि 65% भारतीयों ने लॉकडाउन के बाद सामान्य से गंभीर तनाव का सामना किया है। लोगों ने, विशेष रूप से छात्रों और कामकाजी व्यावसायिकों ने चिंता, क्रोध, हताशा, चिड़चिड़ापन और अकेलेपन की भावनाओं का अनुभव किया है।
 
21 दिन का मेडिटेशन चैलेंज क्यों लें? : ऐसा कहा जाता है कि किसी भी अच्छी आदत को डालने में कम से कम 21 दिन लगते हैं। इसी प्रकार 1 सितंबर से शुरू होने वाली ध्यान की चुनौती, प्रत्येक अभ्यास के बाद ध्यान प्रणाली द्वारा लाई गई गहराई और स्पष्टता से पूरी तरह से लाभ उठाने के लिए तंत्रिका तंत्र को बेहतर बनाएगी और पूर्ण विश्राम, हल्केपन व सहजता का अनुभव होगा।
 
3,000 से अधिक प्रकाशित वैज्ञानिक अध्ययनों के बाद आज ध्यान के लाभ सामान्य ज्ञान हैं। नियमित ध्यान के अभ्यास के लाभों में स्पष्ट सोच, बढ़ी हुई ऊर्जा, तनाव से राहत, बेहतर शारीरिक स्वास्थ्य, मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली, बेहतर रिश्ते और मन की अधिक शांति शामिल हैं। वर्ल्ड साइकेट्री एसोसिएशन के वार्षिक सम्मेलन में 2017 में, हृदय के स्वास्थ्य, तंत्रिका तंत्र और नैदानिक अवसाद पर ध्यान के प्रभावों पर एक अध्ययन ने सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान के लिए पुरस्कार प्राप्त किया।
 
विशेषज्ञता का स्तर? : चाहे कोई शुरुआती हो या अनुभवी अभ्यासी, सभी के लिए यह चुनौती है। इस वर्ष मार्च और मई के मध्य गुरुदेव ने 22 मार्च से दिन में दो बार ध्यान निर्देशित किया, जिसे 100 मिलियन से अधिक लोगों द्वारा देखा गया, प्रतिभागियों ने पूर्ण विश्राम का अनुभव करने, मन में स्पष्टता पाने और भावनात्मक रूप से संतुलित होने की सूचना दी।
 
आप कहां से लॉग इन कर सकते हैं : इस चुनौती को गुरुदेव श्री श्री रविशंकर के आधिकारिक YouTube चैनल पर आयोजित किया जाएगा।
 

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