#MeToo में फंसे एमजे अकबर इस्तीफा देने के बाद भी मोदी सरकार में मंत्री!, बुकलेट में फोटो छपने के बाद विवाद

Webdunia
सोमवार, 21 जनवरी 2019 (12:57 IST)
उत्तरप्रदेश के वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत के पहले ही दिन विवाद हो गया। यह विवाद आयोजकों की ओर से बांटी जा रही फोटो बुकलेट में पूर्व विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर का फोटो छपने के कारण हुआ है। फोटो छपने के बाद सोशल मीडिया पर इसकी काफी आलोचना की जा रही है।


एक समाचार चैनल के अनुसार प्रवासी भारतीय दिवस वाराणसी में 21 से 23 जनवरी तक आयोजित किया जा रहा है। इसमें दुनियाभर से पहुंचे प्रतिनिधिमंडल को एक बुकलेट दी जा रही है। बुकलेट में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाई जा रही हैं।

बुकलेट में एमजे अकबर को अभी भी विदेश राज्यमंत्री बताया गया है, जबकि #MeToo अभियान के दौरान लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद दबाव के बीच उन्‍होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। बुकलेट के कवर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह के साथ पूर्व मंत्री एमजे अकबर की तस्वीर दिखाई दे रही है।

पिछले वर्ष कई महिला पत्रकारों ने एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। इसके बाद विपक्ष की ओर से सरकार पर एमजे अकबर को हटाने का दबाव बनाया गया था। जिसके बाद एमजे अकबर को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
(चित्र सौजन्य : सोशल मीडिया)

सम्बंधित जानकारी

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

Sambhal Violence: संभल हिंसा, SP नेता का आरोप- बरामद हथियारों से गोली चलाती है UP पुलिस

pan 2.0 project : PAN 2.0 आने से क्या अवैध हो जाएगा पुराना PAN Card

ICG ने अंडमान के पास से किया 5500 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त, अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई

LIVE: SC में बोले पीएम मोदी- संविधान की मूल प्रति में भगवान राम

महाराणा प्रताप के वंशजों की लड़ाई: उदयपुर में विश्वराज सिंह और लक्ष्यराज सिंह के विवाद की पूरी कहानी

अगला लेख