नई दिल्ली। शंघाई शिखर सम्मेलन (एससीओ) में भाग लेने के लिए समरकंद रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि वे समूह के अंदर मौजूदा मुद्दों, विस्तार और सहयोग को आगे बढ़ाने के बारे में विचारों के आदान-प्रदान को लेकर उत्सुक हैं। मोदी उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोएव के निमंत्रण पर वहां का दौरा कर रहे हैं। उज्बेकिस्तान एससीओ का मौजूदा अध्यक्ष है।
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और ईरानी नेता इब्राहीम रईसी सहित अन्य नेताओं के साथ एससीओ के वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। मोदी उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोएव के निमंत्रण पर वहां का दौरा कर रहे हैं। उज्बेकिस्तान एससीओ का मौजूदा अध्यक्ष है।
मोदी ने रवाना होने से पहले एक बयान में कहा कि एससीओ शिखर सम्मेलन में मैं मौजूदा, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों, एससीओ के विस्तार एवं संगठन के भीतर बहुआयामी तथा परस्पर लाभकारी सहयोग को और गहरा करने के लिए विचारों के आदान-प्रदान को लेकर उत्सुक हूं। उन्होंने कहा कि उज्बेक अध्यक्षता में व्यापार, अर्थव्यवस्था, संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्रों में परस्पर सहयोग के लिए कई निर्णय लिए जाने की उम्मीद है। वे राष्ट्रपति मिर्जियोएव से मिलने को भी उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे 2018 की उनकी भारत यात्रा याद है। उन्होंने 2019 में वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन में विशेष अतिथि के रूप में भी भाग लिया था। इसके अलावा मैं शिखर सम्मेलन में शामिल होने वाले कुछ अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करूंगा।(भाषा)