Money Laundering Csae : SC ने हेमंत सोरेन की जमानत रखी बरकरार, खारिज की ED की याचिका

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 29 जुलाई 2024 (23:37 IST)
Money laundering case related to land scam : उच्चतम न्यायालय ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमानत देने के झारखंड उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देने वाली प्रवर्तन निदेशालय (ED) की याचिका सोमवार को खारिज कर दी।
 
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने न्यायालय के इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने रांची में बात करते हुए कानून के शासन को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया और कहा कि उन्हें झूठे बहाने से जेल भेजा गया, जिसका उद्देश्य उनकी और उनके परिवार की प्रतिष्ठा को धूमिल करना था।
 
उन्होंने कहा, मुझे ऐसे कैद किया गया, जैसे मैं राज्य की संपत्ति लेकर भाग गया हूं। सोरेन परिवार पर सुनियोजित तरीके से आरोप लगाए गए। इससे पहले, न्यायमूर्ति बीआर गवई और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि उच्च न्यायालय का 28 जून का आदेश अत्यंत तर्कपूर्ण था।
ALSO READ: झारखंड : जैन तीर्थ सम्‍मेद शिखर पर CM हेमंत सोरेन ने दी बलि
पीठ ने कहा, हम संबंधित आदेश में हस्तक्षेप करने के इच्छुक नहीं हैं। हालांकि शीर्ष अदालत ने कहा कि चूंकि उच्च न्यायालय द्वारा की गई टिप्पणियां जमानत देने पर विचार करने से संबंधित थीं, इससे न तो सुनवाई पर और न ही किसी अन्य कार्यवाही के स्तर पर अधीनस्थ अदालत में कोई प्रभाव पड़ेगा।
ALSO READ: हेमंत सोरेन ने BJP पर साधा निशाना, बोले- हम जानते हैं काम कैसे करना है...
उसने कहा, हमें लगता है कि एकल न्यायाधीश (उच्च न्यायालय) ने बहुत ही तर्कसंगत फैसला सुनाया है। हम और कुछ नहीं कहना चाहते, अगर हम कहेंगे तो आप (ईडी) मुश्किल में पड़ सकते हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन ने मामले में ईडी द्वारा 31 जनवरी को गिरफ्तार किए जाने से कुछ समय पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
 
मामले में जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने चार जुलाई को फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उच्च न्यायालय में सोरेन की जमानत याचिका का विरोध करते हुए ईडी ने आरोप लगाया था कि उन्होंने राज्य की राजधानी रांची के बार्गेन क्षेत्र में 8.86 एकड़ जमीन गैरकानूनी तरीके से हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री पद का दुरुपयोग किया।
ALSO READ: हूल दिवस पर हेमंत सोरेन गरजे, किया विद्रोह का ऐलान
वहीं सोरेन के वकील ने दलील दी थी कि केंद्रीय एजेंसी ने उन्हें आपराधिक मामले में गलत तरीके से फंसाया है। ईडी ने दावा किया था कि जांच के दौरान सोरेन के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद ने स्वीकार किया था कि झामुमो नेता ने उन्हें भूखंड के स्वामित्व विवरण को बदलने के लिए आधिकारिक रिकॉर्ड में हेरफेर करने का निर्देश दिया था।
 
सोरेन को ईडी ने कई बार तलब किया : एजेंसी ने यह भी दावा किया था कि जमीन के मूल मालिक राजकुमार पाहन ने अपनी जमीन हड़पे जाने की शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन कभी कार्रवाई नहीं की गई। सोरेन को ईडी ने कई बार तलब किया, जिसके बाद उनसे उनके आवास पर पूछताछ की गई और फिर 31 जनवरी को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
 
शीर्ष अदालत के फैसले के बाद सोरेन ने कहा, कानून की अदालत सर्वोपरि है और यह लोकतंत्र का ऐसा स्तंभ है, जहां कोई अंधकार नहीं है, लेकिन कुछ समूह इसका समय बर्बाद करने में लगे हुए हैं और समाज के लिए काम करने वाले लोगों को अकारण परेशान कर रहे हैं।
 
 जानबूझकर झूठे केस में फंसाकर जेल में डाला : सोरेन ने न्यायालय के फैसले का आभार व्यक्त करते हुए हाशिए पर मौजूद समुदायों की आवाज दबाने के प्रयासों की आलोचना की। सोरेन की पत्नी कल्पना ने न्यायालय के फैसले को सत्य की जीत करार दिया। उन्होंने ‘एक्स’ पर झामुमो की एक पोस्ट को साझा किया, जिसमें आरोप लगाया गया है, पूरा देश जान चुका है कि केंद्र और भाजपा एक आदिवासी मुख्यमंत्री से कितनी नफरत करती है और कैसे उन्हें जानबूझकर झूठे केस में फंसाकर जेल में डाला गया और प्रताड़ित किया गया।
 
सोरेन ने कहा, क्यों? क्योंकि वह आदिवासी (हेमंत सोरेन) झुके नहीं। सत्ता के भूखे ये लोग झारखंड समेत देश की जनता से कब माफी मांगेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं ने भी उच्चतम न्यायालय के फैसले की सराहना की है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Russia Ukraine War भयानक स्थिति में, ICBM से मचेगी तबाही, पुतिन के दांव से पस्त जेलेंस्की

IAS Saumya Jha कौन हैं, जिन्होंने बताई नरेश मीणा 'थप्पड़कांड' की हकीकत, टीना टाबी से क्यों हो रही है तुलना

जानिए 52 करोड़ में क्यों बिका दीवार पर डक्ट-टेप से चिपका केला, यह है वजह

C वोटर के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में किसने मारी बाजी, क्या फिर महायुति की सरकार

Russia-Ukraine war : ICBM हमले पर चुप रहो, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही रूसी प्रवक्ता को आया पुतिन का फोन

सभी देखें

नवीनतम

Gold Prices : शादी सीजन में सोने ने फिर बढ़ाई टेंशन, 84000 के करीब पहुंचा, चांदी भी चमकी

Canada india Conflict : भारत की फटकार के बाद कैसे बदले कनाडा के सुर, अपनी ही बात से पलटे Trudeau

श्रीनगर में इस मौसम की सबसे ठंडी रात, तापमान शून्य से 1.2 डिग्री सेल्सियस नीचे

LIVE: महाराष्ट्र- झारखंड विधानसभा चुनाव में किसके सिर सजेगा ताज? खरगे ने किया बड़ा दावा

गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की बैठक

अगला लेख