सुप्रीम कोर्ट में 72 हजार से ज्यादा मामले लंबित

Webdunia
गुरुवार, 21 जुलाई 2022 (19:17 IST)
नई दिल्ली। विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू ने बृहस्पतिवार को संसद में बताया कि उच्चतम न्यायालय में 72062 और विभिन्न उच्च न्यायालयों में 59,45,709 मामले लंबित हैं। विभिन्न जिला एवं अधीनस्थ अदालतों में 15 जुलाई 2022 तक के आंकड़ों के अनुसार 4,19,79,353 मामले लंबित हैं। 
 
विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने उच्चतम न्यायालय की वेबसाइट और राष्ट्रीय न्यायिक डाटा ग्रिड (एनजेडीजी) के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि एक जुलाई 2022 की स्थिति के अनुसार उच्चतम न्यायालय में 72,062 मामले लंबित हैं।
 
रीजीजू ने बताया कि 15 जुलाई 2022 की स्थिति के अनुसार विभिन्न उच्च न्यायालयों में 59,45,709 मामले लंबित हैं। उन्होंने कहा कि देश की विभिन्न जिला एवं अधीनस्थ अदालतों में 15 जुलाई 2022 तक के आंकड़ों के अनुसार 4,19,79,353 मामले लंबित हैं।
 
उन्होंने कहा कि न्यायालयों में लंबित मामलों का निपटान न्याय पालिका के अधिकार क्षेत्र में आता है और संबंधित न्यायालयों द्वारा विभिन्न प्रकार के मामलों के निपटान के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है। मंत्री ने कहा कि अदालतों में मामलों के निपटारे में सरकार की कोई भूमिका नहीं होती है और मामलों का समय पर निपटान कई कारकों पर निर्भर करता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Gold : क्यों बढ़ रहे हैं सोने के भाव, अखिलेश यादव ने किया खुलासा

Whatsapp को सीधी टक्टर दे रहा है Zoho का Arattai, जानिए क्यों बन रहा है यूजर्स की पसंद

RBI इनएक्टिव और अनक्लेम्ड फंड्स के लिए लाए हैं नई स्कीम, जानिए क्या है खास?

देश के लिए इस साल घातक रहा मानसून, 1500 से ज्यादा लोगों की ली जान, किस राज्य में हुईं सबसे ज्यादा मौतें

क्या बिहार में चलेगा 10 हजार का दांव, यह है मतदाता के मन की बात

सभी देखें

नवीनतम

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 साल और उसके 6 प्रमुख चेहरे

कैसी है कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की तबीयत, सामने आया बड़ा अपडेट

ASEAN समिट में आमने-सामने आ सकते हैं PM मोदी और ट्रंप, टैरिफ और व्यापार विवाद के बाद होगी पहली मुलाकात

इंदौर में कंगारूओं ने कीवियों को 89 रनों से रौंदकर किया विश्वकप का आगाज

योगी सरकार में नवरात्रि का पर्व बना आस्था-विकास की एक अद्भुत मिसाल

अगला लेख