त्रिपुरा में विरोधियों पर बरसे नरेन्द्र मोदी

Webdunia
गुरुवार, 8 फ़रवरी 2018 (13:25 IST)
सोनामुरा। त्रिपुरा के सोनामुरा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि केन्द्र की मदद के बावजूद राज्य का विकास नहीं हुआ। मोदी ने कहा कि त्रिपुरा में 100 में से 80 रुपए केन्द्र से आते हैं। फिर भी राज्य में विकास नहीं हो रहा है।

अब पता नहीं पैसा खर्च नहीं होता है ‍या फिर हिसाब नहीं दिया जाता है। दरअसल, मिलीभगत से राज्य को लूटा गया। मोदी ने लोगों से आह्वान किया कि रोजवैली घोटाले में गरीबों को लूटने वालों को दंडित करें। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में माणिक जाएगा और हीरा आएगा।

हीरा के आने से राज्य की किस्मत बदलेगी। राज्य की वामपंथी सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि यहां पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाने से पहले लाल सलाम वालों के यहां जाना पड़ता है। उनकी अनुमति के बिना एफआईआर भी दर्ज नहीं होती। 

उल्लेखनीय है कि 60 सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा में इस समय सीपीएम की सरकार है। सीपीएम के पास इस समय 49 सीटें हैं। माणिक सरकार राज्य के मुख्‍यमंत्री हैं, जिनकी सरल छवि के कारण पहचान है। यहां 18 फरवरी को चुनाव होंगे और परिणाम 3 मार्च को आएगा। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Aadhaar Card की नहीं पड़ेगी जरूरत, QR से मिलेगी डिटेल, क्या है Aadhaar Authentication App जुड़े सवालों के जवाब

कहां गई 56 इंच की छाती, Waqf law संविधान विरोधी, अहमदाबाद अधिवेशन में राहुल गांधी की चेतावनी- देश में आने वाला है आर्थिक तूफान

Tariff War : चीन ने अमेरिका पर लगाया 84% टैरिफ; ट्रंप को दे दी खुली चेतावनी- झुकेंगे नहीं

मोदी के गढ़ गुजरात से राहुल गांधी की जाति जनगणना की हुंकार, OBC वोटर्स को साधने की कवायद

क्या अमेरिका के जाल में फंस रहा है भारत, अर्थशास्त्री की चेतावनी - न बने चीन का मोहरा

सभी देखें

नवीनतम

अमेरिका चीन टैरिफ संग्राम: ट्रंप के टैरिफ युद्ध से घबराए चीन ने भारत से मांगा समर्थन

पत्नी ने स्टेटस लगाया अब तू जा जेल, पति हमेशा के लिए दुनिया से चला गया

तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण, दिल्ली कोर्ट को मिले मुंबई हमले के मुकदमे के रिकॉर्ड

LIVE: कुछ ही देर में भारत लाया जाएगा तहव्वुर राणा, JLN मेट्रो स्टेशन का गेट नंबर-2 बंद

मोदी सरकार का मोहम्मद यूनुस को बड़ा झटका, ट्रांस-शिपमेंट सुविधा वापस लेने से बांग्लादेश पर क्या होगा असर

अगला लेख