आकाश में अभेद्य होगी मोदी की सुरक्षा, मिसाइल भी नहीं भेद सकेगी विमान

Webdunia
मंगलवार, 19 जून 2018 (16:57 IST)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा जमीन पर तो अभेद्य है, अब उसे आसमान में भी सुरक्षित बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विदेशी दौरों को लेकर भी उनके विमान की सुरक्षा को और मजबूत किया जा रहा है। उनके विमान को अपग्रेड किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार मोदी के विमान 1,100 करोड़ रुपए खर्च कर दो नए बोइंग 777 विमानों को पूरी तरह वीवीआईपी बनाया जाएगा। विमानों को इस तरह से तैयार किया जाएगा कि इन पर मिसाइली हमले का भी असर नहीं होगा।
 
 
जानकारी के अनुसार एयर इंडिया ने सिएटल स्थित विमान निर्माता से प्राप्त इन दो नए बोइंग 777 विमानों को वापस अमेरिका भेजकर 1,100 करोड़ रुपए के खर्च से उसे वीवीआईपी के अनुरूप बनाने के लिए कहा है। इस विमान में मिसाइल हमले को नाकाम करने के अलावा मिसाइल का ध्यान भटकाने वाली तकनीक का भी प्रयोग किया जाएगा। 
 

मौजूदा विमान में हैं ये सुविधाएं : अभी प्रधानमंत्री जिस विमान का प्रयोग करते हैं, उनमें कॉन्फ्रेंस रूम, वीआईपी गेस्ट के लिए सिटिंग एरिया, एक ऑफिस और आराम करने के लिए प्राइवेट रूम तक उपलब्ध है। ऑफिस का काम निपटाने तक की सभी सुविधाएं इस विमान में मौजूद हैं। एक बोइंग 777-300 ईआर विमान में आमतौर पर 342 सीटें होती हैं, जिनमें 4 फर्स्ट क्लास, 35 बिजनेस क्लास और 303 इकोनॉमी क्लास की सीटें होती हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन के लिए कौन है जिम्‍मेदार, जलवायु वैज्ञानिक ने दिया यह जवाब...

बिहार में वोटर लिस्ट विवाद के बीच चुनाव आयोग ने दी बड़ी राहत, बिना दस्तावेज के जमा करा सकेंगे गणना फॉर्म

चीन में बड़े बदलाव की आहट, क्या शी जिनपिंग 12 साल बाद छोड़ने जा रहे सत्ता? ताकत का बंटवारा क्यों कर रहा ड्रैगन का राजा

बिहार में वोटिंग लिस्ट पर बवाल, महुआ मोइत्रा ने सुप्रीम कोर्ट में दी EC के फैसले को चुनौती

ब्राजील पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, कांग्रेस को क्‍यों याद आया 2012 का शिखर सम्मेलन

सभी देखें

नवीनतम

आतंकवादियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए, ब्रिक्स में बोले PM मोदी

उज्जैन में मुहर्रम के दौरान बवाल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

9 जुलाई से पहले भारत-अमेरिका अंतरिम व्यापार समझौते पर गेंद वाशिंगटन के पाले में

Maharashtra : भाषा विवाद में कूदे दिनेश निरहुआ, ठाकरे बंधुओं को दी यह चेतावनी

बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन के लिए कौन है जिम्‍मेदार, जलवायु वैज्ञानिक ने दिया यह जवाब...

अगला लेख